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पत्रिका हरित प्रदेश अभियान: खेरमाई मंदिर परिसर में रोपे फलदार-छायादार पौधे

समाजसेवी संस्था के पदाधिकारी व स्थानीयजनों ने पर्यावरण संरक्षण का लिया संकल्प, कहा पेड़ जीवन का आधार

कटनी

Balmeek Pandey

Jul 21, 2025

patrika harit pradesh abhiyan
patrika harit pradesh abhiyan

कटनी. पत्रिका के हरित प्रदेश अभियान के अंतर्गत रविवार को शहर के विवेकानंद वार्ड स्थित प्राचीन खेरमाई मंदिर परिसर में एक विशेष पौधारोपण कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस अभियान का उद्देश्य न सिर्फ हरियाली बढ़ाना है, बल्कि लोगों को पर्यावरण के प्रति जागरूक करना भी है। मंदिर परिसर में आंवला, आम, नीम, पीपल, जामुन, आंवला, अर्जुन जैसे फलदार, छायादार एवं औषधीय पौधों का रोपण किया गया।
पौधारोपण कार्यक्रम में समाजसेवी, मंदिर समिति के सदस्य, पार्षद व मोहल्लेवासी बड़ी संख्या में उपस्थित रहे। उपस्थितजनों ने केवल पौधे लगाने तक सीमित न रहकर उनकी नियमित देखरेख की भी जिम्मेदारी ली। कार्यक्रम के दौरान लोगों ने एक स्वर में पर्यावरण बचाने का संकल्प लिया। समाजसेवियों ने पत्रिका द्वारा चलाए जा रहे अभियान की सराहना करते हुए कहा कि यह एक सतत जनजागरण है, जो कटनी में एक हरेभरे परिवर्तन का वाहक बन रहा है। इस अभियान से प्रेरित होकर शहर के कई अन्य मोहल्लों में भी हर सप्ताह पौधारोपण कार्यक्रम हो रहे हैं।

फलदार, छायादार व औषधीय पौधों से महकेगा तिलक कॉलेज परिसर

पेड़ मित्रों ने पर्यावरण संरक्षण की पहल पर कही यह बात

पेड़ सिर्फ ऑक्सीजन नहीं देते, बल्कि हमें जीवंतता का एहसास कराते हैं। पत्रिक हरित प्रदेश अभियान ने हमें इस बात की गहराई से समझ दी है कि प्रकृति की रक्षा अब जीवन की प्राथमिकता होनी चाहिए।
अर्जित खरे, समाजसेवी।

पत्रिका का यह अभियान एक आंदोलन की तरह बन गया है। पौधे लगाना और फिर उन्हें जीवित रखना यह जीवन को बचाने जैसा है। हर घर को एक पेड़ का अभिभावक बनना होगा। पेड़ बचेंगे तो हम सांसें ले पाएंगे।
भोलाराम साहू, स्थानीय निवासी।

पत्रिका हरित प्रदेश अभियान का सपना इसी तरह पूरे शहर में पौधारोपण करके ही साकार हो सकता है। पत्रिका ने इसकी मजबूत शुरुआत कर समाज को प्रेरित किया है। हर व्यक्ति को कम से कम पांच पेड़ अवश्य लगाना चाहिए।
सुरेंद्र गुप्ता, पार्षद।

बच्चों को प्रकृति से जोडऩा जरूरी है। इस अभियान ने स्कूली छात्रों को भी पेड़ों की अहमियत समझाई है। पौधों को पाठ्यक्रम से जोडऩे पर विचार किया जाए और जिम्मेदारी सौंपी जाए।
आदित्य श्रीवास्तव, समाजसेवी।

मंदिरों के परिसर में पौधारोपण सिर्फ सौंदर्य नहीं बढ़ाता, यह आध्यात्मिक शांति भी देता है। हमने इन पौधों की सेवा को अपनी भक्ति का हिस्सा मान लिया है। हर व्यक्ति को पर्यावरण संरक्षण के लिए आगे आना होगा।
शांतनु दत्ता, समाजसेवी।

यह सिर्फ एक अभियान नहीं, जिम्मेदारी है। मैं और मेरे दोस्त हर रविवार एक-एक पौधा लगाते हैं। पत्रिका से हमें सकारात्मक आदत मिली है। ग्रुप के साथ मिलकर एक माह तक पौधरोपण के लिए अभियान चलाएं।
सपना जैन, समाजसेवी।

पेड़-पौधों का महत्व


वातावरण को स्वच्छ रखने, भूमिगत जल स्तर बनाए रखने, जैव विविधता को बचाने और शहर को गर्मी से राहत देने में पेड़-पौधों की भूमिका अमूल्य है। खासकर फलदार और औषधीय पौधे न केवल वातावरण को शुद्ध करते हैं, बल्कि इंसान और जानवरों दोनों के लिए उपयोगी भी होते हैं।

ये हुए शामिल


पत्रिका पौधरोपण कार्यक्रम में अर्जित खरे, भोलाराम साहू, पार्षद सुरेंद्र गुप्ता, आदित्य श्रीवास्तव, प्रभात विश्वकर्मा, उत्कर्ष गुप्ता, शुभम तिवारी, अमन दहिया, अमन सुहाने, अभय पांडे, विपांशु पटेल, सपना जैन, हर्ष चौधरी, अतुल पाठक आदि मौजूद रहे।