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शहर की बढ़ेगी सीमाएं, कई गांवों को मिलेगा जनगणना नगर का दर्जा!

जनगणना 2027 की तैयारी शुरू, नगरों की सीमा विस्तार को लेकर नगर निगम और परिषदों से मांगी गई विस्तृत जानकारी

कटनी

Balmeek Pandey

Aug 02, 2025

Census will also be conducted in Katni
Census will also be conducted in Katni

कटनी. भारत सरकार द्वारा आगामी जनगणना 2027 की तैयारियों की शुरुआत कर दी गई है। इसी क्रम में जिले के नगर निगम, नगर परिषदों के भौगोलिक क्षेत्र विस्तार की प्रक्रिया प्रारंभ कर दी गई है। शहरों के विकास और जनसंख्या के बढ़ते दबाव को देखते हुए आसपास के गांवों को जनगणना नगर में शामिल किया जा रहा है। जिले में उमरियापान, हिरवारा, बड़वारा कला और गैरतलाई जैसे ग्रामीण क्षेत्रों को अब जनगणना नगर में शामिल किया गया है। भारत सरकार के महानियंत्रक जनगणना संचालनालय गृह मंत्रालय, नई दिल्ली ने इस संबंध में आवश्यक जानकारी प्रदेश सरकार से मांगी है।
भारत सरकार ने नगर निगम और नगरीय निकायों से 8 बिंदुओं पर विस्तृत जानकारी मांगी है, जिसमें नगर की सांविधिक स्थिति, जनसंख्या का आंकड़ा (2011 जनगणना अनुसार 2000 से कम नहीं), राजस्व सीमा से सटे गांवों की स्थिति, पक्की सडक़ और यातायात की उपलब्धता, बिजली और पेयजल व्यवस्था, जल निकासी (ड्रैनेज) की स्थिति, शैक्षणिक संस्थान, डाकघर, बैंक और चिकित्सा सुविधाएं, नजरी नक्शे सहित सीमांकन प्रस्ताव शामिल है। भारत सरकार की इस प्रक्रिया से स्पष्ट है कि जनगणना 2027 के लिए शहरी और ग्रामीण सीमाओं का सही और आधुनिक निर्धारण किया जा रहा है, जिससे आने वाले वर्षों में शहरी विकास को दिशा और योजना अनुसार गति मिल सके।

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31 अगस्त तक भेजनी है जानकारी

प्रत्येक नगरीय निकाय को यह जानकारी 31 अगस्त 2025 तक भेजना अनिवार्य किया गया है। इस प्रक्रिया के तहत भारत सरकार ने स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि किसी भी नगरीय समूह में कम से कम एक सांविधिक नगर का शामिल होना अनिवार्य है। शामिल किए जा रहे गांव नगर की सीमा से सटे होने चाहिए। ऐसे गांव जो भौगोलिक रूप से नगर क्षेत्र से कटे हों, उन्हें किसी भी स्थिति में शामिल नहीं किया जाएगा। बाहरी वृद्धि क्षेत्र में केवल वही गांव जो सभी बुनियादी सुविधाओं पक्की सडक़, बिजली, पानी, स्कूल, अस्पताल, बैंक आदि से युक्त हों, वे ही प्रस्तावित किए जा सकेंगे। नगरों की सीमा विस्तार की कार्रवाई 31 दिसंबर 2025 तक की जा सकेगी।

नगरों की सीमा विस्तार से यह होगा लाभ

इस पहल का मुख्य उद्देश्य है कि जनगणना 2027 तक तेजी से शहरीकरण की दिशा में बढ़ते क्षेत्रों को आधिकारिक रूप से नगर सीमा में शामिल किया जाए, ताकि इन क्षेत्रों में योजनाबद्ध विकास किया जा सके, अधोसंरचना सुविधाओं को औपचारिक रूप से बढ़ाया जा सके, शहरी योजनाओं एवं अनुदानों का लाभ इन क्षेत्रों तक पहुंच सके, जिले में जिन ग्रामीण क्षेत्रों को जनगणना नगर में शामिल किया गया है, वे पिछले कुछ वर्षों में तेजी से शहरी रूप ले रहे थे। इनमें उमरियापान, हिरवारा, बड़वारा कला और गैरतलाई जैसे क्षेत्र उल्लेखनीय हैं, जहां आवासीय कॉलोनियां, स्कूल, सडक़, बिजली और व्यापारिक गतिविधियां लगातार बढ़ी हैं। अब इन क्षेत्रों को औपचारिक नगर क्षेत्र में शामिल करने से इनके विकास को और गति मिलेगी।

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यह है नगरों की सूची


नाम स्थिति
मुड़वारा(कटनी) नगर निगम
बरही नगर परिषद
कैमोर नगर परिषद
विजयराघवगढ़ नगर परिषद
उमरियापान नगर परिषद
हिरवारा जनगणना नगर
बड़वारा कलां जनगणना नगर
गैरतलाई जनगणना नगर

10 बिंदुओं की मांगी गई जानकारी

इस प्रक्रिया के लिए 10 बिंदुओं की जानकारी मांगी गई है। इसमें क्रम संख्या के साथ 31 दिसंबर 2024 की स्थिति में प्रस्तावित नगर समूह, प्रस्तावित नगर समूह में सम्मिलत नगरों, बाह्य वृद्धि क्षेत्रों के नाम, राजस्व ग्राम का नाम, एमडीडीएस कोड, राजस्व ग्राम के बाह्य वृद्धि क्षेत्र की स्थति अंशत: या पूर्ण, क्षेत्रफल, जनसंख्या, 31 दिसंबर के पश्चात हुए क्षेत्राधिकार परिवर्तन के आधार पर नगर समूह/बाह्य वृद्धि क्षेत्र की वर्तमान स्थिति, अधिसूचना व दिनांक की जानकारी निदेशक द्वारा चाही गई है।

वर्जन
इस सबंध में प्राप्त दिशा-निर्देशों के अनुसार जिले में प्रक्रिया चल रही है। समय-सीमा में आवश्यक जानकारी विभाग को भेजी जाएगी।
दिलीप यादव, कलेक्टर।