कटनी. कुठला थाना क्षेत्र अंतर्गत बिलहरी चौकी के ग्राम घुघरा में एक युवक की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत से जुड़ा गंभीर मामला सामने आया है। मृतक की पहचान आशीष महोबिया पिता रघुवीर (21) निवासी मुरावल भटिया ग्राम पंचायत घुघरा के रूप में हुई है, जिसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट परिजनों ने तीन दिन पूर्व बिलहरी चौकी में दर्ज कराई थी। रविवार को ग्राम पंचायत घुघरा के भठिया क्षेत्र में युवक का नाले में शव मिलने से क्षेत्र में सनसनी फैल गई। वहीं दूसरी ओर शव को पीएम के लिए भेजने में फिर संवेदनहीनता बरती गई है। मृतक को शव वाहन तक मुहैया नहीं कराया गया।
ग्रामीणों द्वारा शव देखे जाने के बाद सूचना पुलिस को दी गई। मौके पर पहुंची बिलहरी चौकी पुलिस ने मृतक के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा, लेकिन शव वाहन की जगह ट्रैक्टर-ट्रॉली में शव लादकर जिला अस्पताल भेजा गया, जिससे परिजनों और ग्रामीणों में भारी आक्रोश व्याप्त है। परिजनों का कहना है कि यह सीधी हत्या का मामला है, क्योंकि मृतक के सिर पर गहरी चोट के निशान पाए गए हैं।
खोखले साबित हो रहे दावे
परिजनों ने बताया कि जिला प्रशासन द्वारा 24 घंटे सातों दिन शव वाहन सेवा उपलब्ध होने का दावा कर रहा है, लेकिन उन्हें इस सुविधा का लाभ नहीं दिया गया। जब परिजनों ने शव वाहन चालक से शव ले जाने की बात कही तो उसने कहा कि रिपोर्ट या लिखित आदेश के वह शव नहीं ले जाएगा। बताया जा रहा है कि पीएम करने वाले डॉक्टर ने हस्ताक्षर कर अनुमति भी दी, फिर भी शव वाहन कर्मी ने शव वाहन ले जाने से इनकार कर दिया। अंतत: परिजन शव को ट्रैक्टर-ट्रॉली में ही अपने घर तक ले जाने को मजबूर हुए।
मृतक के परिजनों और ग्रामीणों ने इस पूरे घटनाक्रम को मानवता को शर्मशार करने व प्रशासन की संवेदनहीनता बताया है। उन्होंने आरोप लगाया कि न सिर्फ पुलिस ने गुमशुदगी को गंभीरता से लिया, बल्कि मृत्यु के बाद भी शव के साथ असंवेदनशील व्यवहार किया गया। अब परिजन मामले की गहन जांच की मांग कर रहे हैं और दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की मांग की है। ग्रामीण महेंद्र जायसवाल, विशाल महोबिया रिश्तेदार आदि ने बताया कि पुलिस के द्वारा यह वाहन मुहैया कराया गया है। कहा गया कि शव लेकर आप लोग जिला अस्पताल पहुंचें। वहां से ट्रैक्टर में लाश लेकर जिला अस्पताल पीएम कराने लेकर आए फिर गांव रवाना हुए।
वर्जन
बढ़ैया खेरा के पास पुलिया के नीचे युवक की लाश मिली है। युवक 1 अगस्त को सुबह 9 बजे घर से निकला था, फिर लापता हो गया था। परिजनों ने हत्या की आशंका जताई है। पीएम रिपोर्ट आने के बाद कारणों का खुलासा हो सकेगा। शव वाहन के लिए संपर्क किया गया, जब वह नहीं मिला तो परिजन टै्रक्टर में शव लेकर गए।
सुयश पांडेय, चौकी प्रभारी बिलहरी।
वर्जन
जिस प्रकार से 108 एंबुलेंस के लिए कॉल करते हैं, ठीक उसी प्रकार शव वाहन के लिए भी कंट्रोल में फोन कर सुविधा ली जानी है। शव लाने और ले जाने के लिए वाहन क्यों नहीं मुहैया कराया गया, इसका पता लगाया जाएगा। लापरवाही पाए जाने पर दोषियों की खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। शव वाहन की सुविधा उपलब्ध है।
डॉ. राज सिंह, सीएमएचओ।
वर्जन
शव वाहन की आवश्यकता के लिए हमारे पास कोई सूचना नहीं आई और ना ही शव वाहन के स्टॉफ ने दी। इस मामले का पता लगाया जाएगा कि परिजनों से किससे संपर्क किया और वाहन क्यों नहीं मिला। संभवत: पीएम के बाद जो आवश्यक दस्तावेज है वह न दिया गया होगा, इसलिए वाहन नहीं मिला।
संतोष दुबे, शव वाहन समन्वयक।
Updated on:
04 Aug 2025 08:31 pm
Published on:
04 Aug 2025 08:30 pm