CG News: कांकेर जिले में जनपद पंचायत स्तर पर पुराने और लंबित निर्माण कार्यों को लेकर अब सख्ती बढ़ गई है। कलेक्टर निलेश कुमार महादेव क्षीरसागर ने समयसीमा की साप्ताहिक समीक्षा बैठक में कड़ा रुख अपनाते हुए साफ कहा कि जिन निर्माण कार्यों में कोई प्रगति नहीं हो रही, उन पर संबंधित जनपद सीईओ का वेतन रोका जाएगा।
बैठक कलेक्टोरेट सभाकक्ष में सुबह 10.30 बजे शुरू हुई। इसमें सभी जनपद पंचायतों की आंगनबाड़ी, पीडीएस सेंटर भवन, ग्राम पंचायतों के सामुदायिक भवन और अन्य निर्माण कार्यों की समीक्षा की गई। कलेक्टर ने कहा कि जो कार्य लंबे समय से अधूरे हैं, उन्हें या तो तुरंत पूरा किया जाए या फिर विभाग को राशि वापस लौटाई जाए। कलेक्टर ने सभी अधिकारियों को निर्देशित किया कि सभी खरीददारी जेम्स पोर्टल के माध्यम से होनी चाहिए।
किसी भी प्रकार की अनियमितता को वित्तीय उल्लंघन माना जाएगा, कार्रवाई तय है। उन्होंने कहा कि सभी विभाग ई-ऑफिस प्रणाली के तहत फाइलें चलाएं, जिससे कार्यों में पारदर्शिता बनी रहे। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि प्रधानमंत्री सूर्यघर मुफ्त बिजली योजना का व्यापक प्रचार-प्रसार किया जाए ताकि अधिक से अधिक लोग इसका लाभ ले सकें। कार्यपालन अभियंता, विद्युत विभाग को विशेष जिम्मेदारी दी गई है।
बैठक में एलडब्ल्यूई सर्वे, नेल्लानार योजना, ठोस अपशिष्ट प्रबंधन, प्रधानमंत्री आवास योजना, पीएम किसान सम्मान निधि, किसान क्रेडिट कार्ड, आयुष्मान भारत, वय वंदना, पोषण पुनर्वास केंद्र सहित कई योजनाओं की स्थिति की समीक्षा की गई। कलेक्टर ने सभी अधिकारियों को निर्धारित समय में कार्य पूर्ण करने के निर्देश दिए। बैठक के दौरान बस्तर क्षेत्र आदिवासी विकास प्राधिकरण के तहत 2020-21 से लंबित निर्माण कार्यों पर भी चर्चा हुई।
कलेक्टर ने सहायक आयुक्त आदिवासी विकास को निर्देशित किया कि इन कार्यों को जल्द से जल्द पूरा किया जाए। देवगुड़ी, घोटुल भवन, सामुदायिक भवन जैसे छोटे कार्यों को प्राथमिकता देने को कहा गया। विशेष केंद्रीय सहायता मद अंतर्गत लंबित कार्यों की भी समीक्षा की गई। बैठक की शुरुआत में जिले को मिले सम्मान की भी चर्चा हुई।
CG News: 2 अगस्त को रायपुर में आयोजित कार्यक्रम में कांकेर जिले को आकांक्षी जिला और ब्लॉक श्रेणी में उत्कृष्ट कार्य के लिए सम्मानित किया गया। कलेक्टर की ओर से जिला पंचायत सीईओ हरेश मंडावी ने यह सम्मान ग्रहण किया। बैठक में उन्होंने कलेक्टर को यह पुरस्कार सौंपा। इस अवसर पर कलेक्टर ने सभी अधिकारियों को बधाई देते हुए कहा कि यह सम्मान पूरे जिले के प्रशासन की मेहनत और ईमानदारी का परिणाम है।
उन्होंने सभी को भविष्य में भी इसी तरह कार्य करने के लिए प्रेरित किया। उल्लेखनीय है कि संपूर्णता अभियान के तहत तीन महीनों तक आकांक्षी जिलों और विकासखंडों में तय संकेतकों की पूर्ति के आधार पर यह पुरस्कार दिया गया। कांकेर जिले को सिल्वर मैडल, कोयलीबेड़ा ब्लॉक को गोल्ड मैडल और दुर्गूकोंदल ब्लॉक को सिल्वर मैडल मिला है।
Published on:
06 Aug 2025 03:22 pm