भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान जोधपुर ने शनिवार को अपना 18वां स्थापना दिवस मनाया। मुख्य अतिथि के रूप में केन्द्रीय राज्य मंत्री, कानून एवं न्याय मंत्रालय अर्जुन राम मेघवाल, बोर्ड ऑफ गवर्नर्स के अध्यक्ष एएस किरण कुमार और निदेशक प्रोफेसर अविनाश कुमार अग्रवाल मौजूद रहे।
मेघवाल ने कहा कि आइआइटी जोधपुर न केवल इंजीनियर तैयार कर रहा है, बल्कि भविष्य के मार्गदर्शक और नेता भी तैयार कर रहा है। जल, ऊर्जा और शिक्षा के क्षेत्र में इसकी पहल एक मज़बूत राजस्थान और एक मजबूत भारत का मार्ग प्रशस्त कर रही है। इससे पहले आइआइटी डायरेक्टर अग्रवाल ने कहा कि संस्थान में 14 विभाग और अंतः विषयक स्कूल, और कई आइडीआरपी और उत्कृष्टता केंद्र शामिल हैं, जो ड्रोन और एंटी-ड्रोन तकनीक, ब्रिज इंजीनियरिंग और स्मार्ट उत्पाद डिजाइन से लेकर एप्लाइड एआई और डेटा साइंस में अग्रणी ऑनलाइन बीएससी/बीएस तक, अत्याधुनिक कार्यक्रम प्रदान करते हैं।
उन्होंने कहा कि मातृभाषा (हिंदी) में शिक्षण को अपनाया गया है और 100 से अधिक छात्र पहले ही नामांकित हो चुके हैं। इस वर्ष राष्ट्रीय सुरक्षा अध्ययन के लिए मानेकशॉ उत्कृष्टता केंद्र का उद्घाटन किया, एक नया मेडटेक केंद्र शुरू किया और एमएससी कार्यक्रमों में दोहरी डिग्री प्रणाली और खेल कोटा शुरू किया। ए.एस. किरण कुमार ने कहा कि भारत आज समाज की सेवा के लिए स्वदेशी तकनीकी शक्ति का प्रदर्शन कर रहा है।
बैकुंठ नाथ साहू (सहायक रजिस्ट्रार), प्रीतिंदर कौर (सहायक रजिस्ट्रार, पीआरओ), मयंक शर्मा (सहायक लेखा परीक्षा अधिकारी), रश्मि ध्यानी (जूनियर सुपरिटेंडेंट), शशांक चौधरी (वरिष्ठ सहायक) को सम्मानित किया गया।
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Published on:
02 Aug 2025 09:18 pm