मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के नेतृत्व में चल रहा ‘वंदे गंगा जल संरक्षण जन अभियान’ राजस्थान में जल चेतना और जन सहभागिता की ऐतिहासिक मिसाल बन चुका है। यह केवल एक सरकारी योजना नहीं, बल्कि जनता की भागीदारी से बनी जल जागरूकता की क्रांति है। भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष मुकेश दाधीच ने सोमवार को झुंझुनूं में पत्रकारवार्ता में यह बात कही। उन्होंने कहा कि 5 जून को विश्व पर्यावरण दिवस और गंगा दशमी के अवसर पर इसकी शुरुआत हुई और 15 जून तक इसने पूरे प्रदेश को जल संरक्षण के लिए एकजुट कर दिया।
सीएम शर्मा ने पहली बार जन को जल से जोड़ा है। उन्होंने कहा कि राज्य भर में जल स्त्रोंतों का पूजन हुआ है, जिससे आमजन में जल संरक्षण के प्रति भावना बनी है। पर्यावरण संरक्षण और जल संरक्षण के लिए सीएम भजनलाल शर्मा की पहल पर राज्य भर में 88 हजार कार्यक्रम आयोजित हुए जिनमें 70 लाख लोगों ने भाग लिया है। जनता इस अभियान में जुट चुकी है। उन्होंने कहा कि राजस्थान में वर्षा के समय जो पानी आता है, उसका संरक्षण हो, उनमें पानी आने के रास्ते साफ करने का कार्य हुआ है।
दाधीच ने बताया कि अभियान के तहत आयोजित कार्यक्रमों के अंतर्गत 15330 जल स्रोतों की सफाई, 9059 सरकारी कार्यालयों की जल संरक्षण के लिए सफाई, गौशालाओं, पशु चिकित्सालयों की सफाई, 3802 ग्राम सभाएं, 3582 प्रभात फेरियां, 966 रात्रि चौपालें और 7926 जल पूजन कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। उन्होंने बताया कि भाजपा ने अभियान के तहत प्रत्येक विधानसभा में कार्यकर्ताओं को जिम्मेदारी दी गई है। राजस्थान के विकास में यह अभियान एक मील का पत्थर साबित होगा। दाधीच ने जिला मुख्यालय पर मोडापहाड़ के पास स्थित जलाशय में भी जल संरक्षण के कार्य शुरु होने पर खुशी जाहिर की। इस दौरान पूर्व विधायक शुभकरण चौधरी भी साथ रहे।
Updated on:
16 Jun 2025 09:57 pm
Published on:
16 Jun 2025 09:56 pm