झालावाड़ सावन की शुरुआत के साथ ही मेघों ने जमकर मल्हार गाया। रविवार दोपहर में छाई घनी काली घटाएं जमकर बरसी। इस दौरान शुरुआत में तेज बारिश हुई। जिले में सर्वाधिक बरसात 38 एमएम बारिश झालरापाटन में हुई, जबकि गंगधार व पिड़ावा में 1-1 एमएम बारिश दर्ज की गई। रविवार को सुबह से ही वातावरण में तेज गर्मी व उमस रहने से लोग बेहाल रहे। परेशान लोगों को 11 बजे बाद बारिश ने राहत दिलाई। दोपहर में 11.30 बजे के करीब अचानक मौसम बदला और तेज हवा के साथ बरसात होने लगी। करीब पौन घंटे तक हुई बरसात से शहर एवं ग्रामीण क्षेत्र में कई इलाके पानी से लबालब हो गए। सावन मास में इस मानसून सीजन की रविवार को पहली बार हुई झमाझम बारिश ने शहर को तरबतर कर दिया। इससे किसानों को काफी राहत मिली। शहर के मंगलपुरा बाजार, मूर्ति चौराह, बड़े बाजार में सड़क पानी नहीं समाया। करीब पौन घंटे की बारिश से शहर में पानी ही पानी कर दिया।
रविवार को हुई तेज बारिश से खेतों में पानी बह निकला। इससे किसान हर्षित हो उठे। बुवाई के बाद पांच दिन तक बारिश नहीं होने से कई किसानों की सोयाबीन अच्छे से बाहर नहीं निकल पा रही थी, लेकिन अब अच्छी बारिश होने ऊपर की पपड़ी गीली होने से सोयाबीन व अन्य फसल बाहर आसानी से निकल जाएगी। अच्छी बारिश ने किसानों के चेहरे पर खुशी ला दी है।
जिलेभर में रविवार को कई क्षेत्रों में अच्छी बारिश से जिन किसानों की 20 दिन की सोयाबीन हो चुकी है, वो अब खरपतवार की दवाई का स्प्रे करना शुरू कर देंगे। रेलवे ने नहीं की पानी निकासी की व्यवस्था- झालरापाटन ग्रोथ सेंटर रेलवे स्टेशन के निकट रेलवे ब्रीज के नीचे लंबे समय से बारिश का पानी भर रहा है। यहां बारिश में हर बार परेशानी आती है। हल्की सी बारिश होते ही ब्रीज के नीचे पानी भर जाता है। ऐसे में ग्रोथ सेंटर आद्यौगिक क्षेत्र में बाहर से आने वाले व्यापारियों व कॉलोनीवासियों सहित आधा दर्जन गांव के ग्रामीणों को निकलने में दिक्कत हो रही है। लोगों ने रेलवे अधिकारियों से जल्द पानी निकाली करवाने की मांग की।
जिले में यहां हुई बारिश
बारिश एमएम
झालावाड़ 32
झालरापाटन 38
खानपुर 15
रायपुर 36
अकलेरा 15
असनावर 20
बकानी 24
डग 12
गंगधार 1
मनोहरथाना 14
पचपहाड़ 2
पिड़ावा 1
सुनेल 5
335.38 एमएम जिले में अब तक बारिश- जिले में 15 जून से 13 जुलाई तक औसत बारिश 335.38 एमएम दर्ज की गई है। जिले में इस बार बराबार बारिश होने से फसले अच्छी है। जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में कई जगह एक माह की फसलें हो चुकी है। वहीं जहां अभी 15 दिन की फसल हो चुकी है। अब वो किसान फसलों से खरपतवार निकलने में जुट गए है।
Published on:
14 Jul 2025 11:24 am