राजस्थान विधानसभा को नया अध्यक्ष मिल गया है। सर्वसम्मति से वासुदेव देवनानी को नया विधानसभाध्यक्ष बनाया गया है। पदभार ग्रहण करने के बाद देवनानी ने कहा कि सदन को गरिमा को बनाए रखकर सभी को साथ लेकर जनहित के मुद्दों पर सदन में बहस करवाई जाएगी।
उन्होंने पत्रकार वार्ता में कहा कि मेरा लक्ष्य है कि विधानसभा सत्र कम से कम 40 दिन तक चले। इसमें बहस भी सार्थक रहे। इसके लिए पक्ष विपक्ष को मिलकर सहयोग करना होगा। अभी सत्र केवल 29 या 30 दिन तक ही चल रहा है। उन्होंने कहा कि जल्द ही नए विधायकों के लिए 2 दिन की वर्कशॉप रखी जाएगी, जिसमें उन्हें विधानसभा के नियमों की जानकारी दी जाएगी। सभी सदन के सदस्यों को मैंने कहा है कि वह लाइब्रेरी में जाकर पढ़ें और अपनी नॉलेज को बढ़ाएं। इससे पहले देवनानी का निर्विरोध निर्वाचन हुआ। पक्ष और विपक्ष के विधायकों ने उन्हें आसन पर बैठाया। इसके बाद सीएम भजन लाल शर्मा, पूर्व सीएम वसुंधरा राजे, पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट, कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष और विधायक गोविंद डोटासरा सहित कई विधायकों का संबोधन हुआ। अंत में स्पीकर ने सभी को धन्यवाद ज्ञापित किया।
पक्ष और विपक्ष के विधायकों का धन्यवाद
देवनानी ने कहा पक्ष और विपक्ष दोनों के सदस्यों ने निर्विरोध निर्वाचन में अपनी भूमिका निभाई। मैं सभी का धन्यवाद करता हू। मैं मूलत शिक्षक हूं। उसके दायित्व और परंपरा से वाकिफ हूं। शिक्षक जिस तरह से बिना रोल नंबर और नाम देखे निष्पक्ष रूप से कॉपियां जांचता है। उसी तरह मैं सदन में पक्ष-विपक्ष के साथ समान व्यवहार करूंगा।
संवाद से दूर करेंगे विवाद
सदन में हंगामे के सवाल पर देवनानी ने कहा कि मैं कोशिश करूंगा कि सदन में हंगामें की स्थिति नहीं बने। लेकिन स्थिति बनती है तो तुरंत संवाद करके उसका समाधान किया जाएगा। आप कितने दिन भी बातचीत मत करो मगर समाधान बातचीत से ही होगा। उसे लम्बा नहीं खींचा जाएगा।
Published on:
21 Dec 2023 06:57 pm