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जयपुर में अपराधियों का होटल नेटवर्क बेनकाब, वारदात से पहले और बाद में यहीं छुपते थे, 33 होटल मालिकों पर गिरी गाज

जयपुर पुलिस ने संगठित अपराधियों पर तीन दिवसीय अभियान चलाकर 5 ऑर्म्स एक्ट केस दर्ज किए। साथ ही 45 वारंटियों को पकड़ा और 110 वाहन जब्त किए। जांच में अपराधियों के होटलों में ठहरने का खुलासा हुआ।

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जयपुर

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Arvind Rao

Oct 28, 2025

Notices issued to 33 hotel

अपराधियों का होटल नेटवर्क बेनकाब (फोटो-एआई)

जयपुर: जयपुर कमिश्नरेट की दक्षिण पुलिस ने संगठित अपराधियों के खिलाफ 26 अक्टूबर तक तीन दिवसीय विशेष अभियान चलाया। डीसीपी राजर्षि राज ने बताया कि अभियान के दौरान ऑर्म्स एक्ट के तहत पांच प्रकरण दर्ज किए गए।


जांच में सामने आया कि अपराधी वारदात से पहले और बाद में होटलों में ठहरते हैं। ऑपरेशन शिकंजा के तहत होटलों, वहां लगे सीसीटीवी कैमरों और ठहरने वालों के विवरण की जांच की गई।


नियमों की पालना में कमियां मिलने पर 33 होटल संचालकों को नियमानुसार कार्रवाई के लिए नोटिस जारी किए गए। अभियान के दौरान 44 चौपहिया और 66 दोपहिया वाहन जब्त किए गए। पिछले पांच वर्षों में बाइक चोरी के मामलों में चालानशुदा आठ व्यक्तियों के खिलाफ बीएनएस की धारा-170 में कार्रवाई की गई।


साथ ही 45 स्थायी वारंटियों को भी गिरफ्तार किया गया। ऑर्म्स एक्ट के मामलों में महेश नगर पुलिस ने बाबा रामदेव नगर निवासी रमजान अली को, मुहाना पुलिस ने मूलत: उत्तर प्रदेश निवासी हाल रामपुरा रोड पर खानाबदोश पारवेष मोची को, शिवदासपुरा थाना पुलिस ने सांगानेर के सूरजपुरा निवासी धनराज गुर्जर को और शिप्रापथ थाना पुलिस ने स्थानीय निवासी शंकर धोबी को गिरफ्तार किया।