Jaipur Family Court : राजस्थान विधानसभा, हाईकोर्ट और सचिवालय से दो किलोमीटर से भी कम दूरी पर जयपुर में एक ऐसा न्यायालय भी है, जिसके पास पक्की छत तक नहीं है। यह न्यायालय टीनशेड के नीचे चल रहा है और उसकी फॉल सीलिंग भी जगह-जगह से टूटी हुई है। टूटते रिश्तों के विवाद लेकर आने वाले पक्षकार डर के साये में रहते हैं, तो सुरक्षाकर्मी भी बारिश के टपके से बचने के लिए इधर से उधर होते रहते हैं।
जयपुर महानगर-प्रथम क्षेत्र का पारिवारिक न्यायालय क्रम-5 भवन के अभाव में एक साल से अधिक समय से टीनशेड के नीचे चल रहा है। कोर्ट के ऊपर तो फॉल सीलिंग तक नहीं है, जिससे टीनशेड और उसके नीचे लगे लोहे के एंगल साफ दिखते हैं। टीनशेड वाले गोदामनुमा इस भवन में सीलन व काई से दीवारें बदरंग हैं, तो कोर्ट के सामने फाइलों के लिए रखी आलमारियां उसके गोदाम जैसा होने का अहसास कराती हैं।
इस कोर्ट में करीब 1300 केस हैं और रोजाना 30 से 40 केस सुनवाई के लिए लगते हैं। ऐसे में रोजाना 100 से 150 पक्षकार व उनके परिजन भी यहां आते हैं।
कोर्ट का अच्छा वातावरण हो तो आने वाले पक्षकारों पर पॉजिटिव प्रभाव होता है। जब तक नया भवन तैयार हो, मौजूदा भवन की स्थिति को सुधारा जाना चाहिए और यह कार्य तत्काल प्रभाव से होना चाहिए।
पूनम चंद भंडारी, संरक्षक, पारिवारिक न्यायालय बार एसोसिएशन, जयपुर
Published on:
04 Aug 2025 01:35 pm