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ग्रीन जयपुर अभियान: ‘एक हाथ से जीवनदान, दूसरे से पर्यावरण संरक्षण का लिया संकल्प’

पत्रिका के 'ग्रीन जयपुर अभियान (हरियाळो राजस्थान)' के अंतर्गत रविवार को अनूठी पहल देखने को मिली। मानसरोवर के मांग्यावास रोड स्थित शिव विहार में जयपुर फिजियो क्लब के तत्वावधान में रक्तदान शिविर के साथ-साथ पौधरोपण और पौधों के वितरण के कार्यक्रम का आयोजन हुआ।

Green Jaipur Campaign
फोटो पत्रिका

जयपुर। जहां एक ओर रक्तदाता किसी अनजान की जिंदगी बचाने के लिए रक्तदान करते हैं, वहीं पत्रिका की पहल पर उन्होंने धरती की सांसें बचाने का बीड़ा भी उठाया। पत्रिका के 'ग्रीन जयपुर अभियान (हरियाळो राजस्थान)' के अंतर्गत रविवार को अनूठी पहल देखने को मिली। मानसरोवर के मांग्यावास रोड स्थित शिव विहार में जयपुर फिजियो क्लब के तत्वावधान में रक्तदान शिविर के साथ-साथ पौधरोपण और पौधों के वितरण के कार्यक्रम का आयोजन हुआ। रक्तदाताओं ने एक हाथ से जीवनदान कर, दूसरे से पर्यावरण संरक्षण का संकल्प लिया।

कार्यक्रम के तहत मुख्य रोड के डिवायडर पर पौधरोपण भी किया गया। मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित हुए सिविल लाइंस विधायक गोपाल शर्मा ने कहा कि पत्रिका ने हमेशा सरोकार से जुड़े अभियान चलाकर समाज के उत्थान का काम किया है, उन्होंने कहा कि पत्रिका का यह पौधरोपण अभियान प्रदेश को हरा भरा बनाने में अपना महत्वपूर्ण योगदान दे रहा है। इस दौरान सभी रक्तदाताओं को एक-एक पौधा भेंट किया गया।

रक्त से जीवन, पौधे से भविष्य होगा संरक्षित

जयपुर फिजियो क्लब के अध्यक्ष और कार्यक्रम संयोजक डॉ. मयंक शर्मा ने कहा कि रक्तदान तत्काल जीवन बचाता है, जबकि पौधरोपण आने वाली पीढ़ियों को स्वच्छ हवा और हरियाली देगा। क्लब के डॉ. शिवम उपाध्याय ने कहा कि अब आज रक्तदान करने वाले सभी लोग जीवनदाता ही नहीं, बल्कि पर्यावरण प्रहरी भी हैं। रक्त से जीवन तो पौधों से भविष्य संरक्षित होगा।

डॉ. अजय उपाध्याय ने बताया कि इस दौरान 53 यूनिट ब्लड एकत्र किया गया। कार्यक्रम में क्लब के महासचिव नवदीप तिवारी, गगन गुप्ता, प्रियांशु चौधरी और अभय जैसावत समेत अन्य मौजूद रहे। इस अवसर पर लोगों ने न केवल पौधे लगाने का प्रण लिया बल्कि उन्हें संरक्षित रखने की जिम्मेदारी भी ली। कार्यक्रम से संदेश दिया गया कि स्वस्थ समाज की नींव केवल रक्त से नहीं, हरियाली से भी मजबूत होती है। इस बीच करंज, नीम, गुलमोहर और जामुन समेत विभिन्न किस्मों के सौ से अधिक पौधे लगाए और वितरित किए गए।