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डिजिटल अरेस्ट: सरकार की आपत्ति के बाद राजस्थान हाईकोर्ट ने बंद की सुनवाई

Rajasthan High court: डिजिटल अरेस्ट मामलों में हाईकोर्ट के स्वप्रेरणा से दर्ज याचिकाओं के मामले में सरकारी ने आपत्ति जताई है, जिसके बाद बाद हाईकोर्ट ने इस याचिका पर सुनवाई बंद कर दी है।

जयपुर

Kamal Mishra

Aug 01, 2025

न्यायालय को गुमराह करने की कोशिश (Photo source- Patrika)
न्यायालय को गुमराह करने की कोशिश (Photo source- Patrika)

जयपुर। राज्य सरकार ने डिजिटल अरेस्ट की घटनाओं के मामले में हाईकोर्ट के दखल करने पर आपत्ति जताई है। साथ ही हाईकोर्ट को भरोसा दिलाया कि ऐसी घटनाएं रोकने के लिए सरकार आवश्यक कदम उठा रही है। सरकार के इस जवाब के आधार पर हाईकोर्ट ने डिजिटल अरेस्ट मामलों में स्वप्रेरणा से दर्ज याचिका पर सुनवाई बंद कर दी।

मुख्य न्यायाधीश श्रीराम कल्पाती राजेन्द्रन व न्यायाधीश आनन्द शर्मा की खंडपीठ ने गुरुवार को इस याचिका पर सुनवाई कर उसे निस्तारित कर दिया। महाधिवक्ता राजेन्द्र प्रसाद ने कहा कि राज्य सरकार की ओर से डिजिटल अरेस्ट की घटनाओं को लेकर आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं।

अतिरिक्त सॉलिसिटर जनरल राजदीपक रस्तोगी ने जवाब के लिए समय देने का आग्रह किया, वहीं न्यायमित्र अधिवक्ता अनुराग कलावटिया ने कहा कि यह टेलीकॉम व बैंकिंग क्षेत्र से जुड़ा मामला है। बैंकिंग सेवाओं को लेकर सख्त कदम उठाने की जरूरत है।

पूजा के नाम पर 25 हजार से अधिक भक्तों से ऑनलाइन ठगी

कस्बे के प्रसिद्ध भैंरुजी मंदिर में पूजा व चढ़ावे के नाम पर ठगी का बड़ा मामला सामने आया है। आरोप है कि मंदिर में चढ़ावे के नाम पर एक मोबाइल एप के जरिए 25,573 भक्तों से 35,851 बार राशि ऐंठ ली गई। वारदात की जानकारी मिलने पर मंदिर पुजारियों ने गुरुवार को एप संचालक के खिलाफ आक्रोश जताया। कानूनी कार्रवाई की चेतावनी भी दी। मंदिर कमेटी अध्यक्ष सुवालाल गुर्जर व कोषाध्यक्ष फूलचंद गुर्जर ने बताया कि एप के जरिए रुपए ऐंठने का खेल वर्ष 2022 से चल रहा था।

एप से लिए दान-दक्षिणा में लाखों रुपए

पुजारियों ने बताया कि एप संचालकों की ओर से मंदिर में पूजा-अर्चना के नाम पर भक्तों से पैसा ऑनलाइन लिया जा रहा था। जबकि मंदिर में ऑनलाइन पूजा की कोई व्यवस्था नहीं है। भक्त रींगस भैंरुजी मंदिर के नाम पर एप संचालकों को लाखों रुपए दान भी भेजते रहे हैं।