राजस्थान के कुख्यात गैंगस्टर दिलीप नाथ को फर्जी पते पर पासपोर्ट जारी होने के मामले में नया मोड़ आया है। गया के एसएसपी आनंद कुमार ने स्पष्ट किया कि गया पुलिस की कोई लापरवाही नहीं हुई है। उन्होंने कहा कि पासपोर्ट आवेदन में दिए गए पते की जांच के बाद पुलिस ने नकारात्मक रिपोर्ट दी थी। गैंगस्टर दिलीप नाथ ने पासपोर्ट के लिए आवेदन करते समय गया जिले के कोठी थाना क्षेत्र के बिकोपुर गांव का पता दिया था, जो झारखंड के चतरा जिले की सीमा से सटा है।
एसएसपी के अनुसार, जब क्षेत्रीय पासपोर्ट कार्यालय, पटना ने पते और दिलीप की पृष्ठभूमि की पुष्टि के लिए गया पुलिस से जांच करवाई, तो पुलिस ने अपनी रिपोर्ट में साफ कहा कि दिए गए पते पर ऐसा कोई व्यक्ति नहीं रहता। इसके बावजूद पासपोर्ट दिलीप के नाम पर जारी कर दिया गया। अब यह पासपोर्ट रद्द कर दिया गया है।
सूत्रों के मुताबिक, विदेश मंत्रालय ने इस मामले को गंभीरता से लिया है और इस बात की जांच हो रही है कि आखिरकार पुलिस की नकारात्मक रिपोर्ट के बावजूद पासपोर्ट कैसे जारी हुआ। संदेह जताया जा रहा है कि क्षेत्रीय पासपोर्ट कार्यालय, पटना के कुछ निचले स्तर के अधिकारियों और एजेंटों की मिलीभगत से यह फर्जीवाड़ा हुआ। बताया जा रहा है कि राजस्थान पुलिस ने इस गैंगस्टर के खिलाफ हत्या, जमीन कब्जा, फिरौती के लिए अपहरण सहित 3 दर्जन से अधिक मामले दर्ज किए हैं।
दिलचस्प यह है कि जेल में रहते हुए भी दिलीप ने अपना नेटवर्क सक्रिय रखा और उसी फर्जी पते का इस्तेमाल करते हुए आधार कार्ड, पैन कार्ड और बैंक खाता तक खुलवाया। अब इन सभी दस्तावेजों की वैधता और प्रक्रिया की जांच गया पुलिस कर रही है। राजस्थान पुलिस की एक टीम हाल ही में बिकोपुर गांव भी पहुंची थी और उसने गया पुलिस से भी मदद मांगी है। पूरे मामले की जांच अब कई एजेंसियों द्वारा की जा रही है।
Published on:
07 Aug 2025 06:13 pm