Barmer Refinery: राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा शनिवार को दिल्ली पहुंचे। जहां उन्होंने केंद्रीय पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्री हरदीप सिंह पुरी से मुलाकात की। दोनों के बीच यह मुलाकात करीब 30 मिनट तक चली, जिसका मुख्य उद्देश्य बाड़मेर में एचपीसीएल की एकीकृत रिफाइनरी और पेट्रोकेमिकल कॉम्प्लेक्स परियोजना की प्रगति पर चर्चा करना था।
बाड़मेर की यह परियोजना भारत के तेल क्षेत्र में सबसे बड़ी परियोजनाओं में से एक है। जिसमें 85% से अधिक स्थानीय संसाधनों का उपयोग हो रहा है। इस मुलाकात को राजस्थान के औद्योगिक और आर्थिक विकास के लिए महत्वपूर्ण माना जा रहा है।
मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने केंद्रीय मंत्री मुलाकात को लेकर कहा कि नई दिल्ली में केंद्रीय पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्री हरदीप सिंह पुरी से शिष्टाचार भेंट की। इस अवसर पर राजस्थान रिफाइनरी को शीघ्र शुरू करने तथा राजस्थान में पेट्रोलियम एवं गैस क्षेत्र से संबंधित विभिन्न परियोजनाओं के संबंध में विस्तृत चर्चा की गई।
वहीं, सीएम भजनलाल शर्मा से मुलाकात के बाद केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने एक्स पर पोस्ट कर लिखा कि- राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा से आज मिलकर बहुत खुशी हुई। अन्य मुद्दों के अलावा हमने HPCL के एकीकृत रिफाइनरी-सह-पेट्रोकेमिकल कॉम्प्लेक्स की स्थिति पर भी चर्चा की। जो बाड़मेर में तेज़ी से बन रहा है। यह भारत में तेल क्षेत्र की सबसे बड़ी परियोजना है, जिसमें मेक इन इंडिया की भावना के अनुरूप 85% से अधिक स्थानीय सामग्री का उपयोग किया जाएगा।
उन्होंने आगे लिखा कि बाड़मेर रिफाइनरी पेट्रोल, डीज़ल और पेट्रोकेमिकल्स का उत्पादन करेगी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के गतिशील नेतृत्व में अमृतकाल में ऊर्जा आत्मनिर्भरता के भविष्य की ओर भारत की यात्रा को गति प्रदान करेगी।
बाड़मेर-बालोतरा के विकास की द्योतक रिफाइनरी का कार्य अब केवल 05-10 फीसदी ही शेष है। मार्च 2025 का लक्ष्य तय है। 72000 करोड़ का यह मेगा प्रोजेक्ट 2018 से 2025 की अवधि में तैयार हो रहा है। बाड़मेर रिफाइनरी राजस्थान के लिए एक गेम-चेंजर साबित हो सकती है। इससे न केवल ऊर्जा क्षेत्र में आत्मनिर्भरता को बढ़ावा देगी। बल्कि स्थानीय स्तर पर रोजगार सृजन और औद्योगिक विकास में भी सहायता प्रदान करेगी।
Updated on:
02 Aug 2025 08:51 pm
Published on:
02 Aug 2025 08:48 pm