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रामगढ़ बांध पर कृत्रिम बारिश: छाता लेकर पहुंचे लोग, ड्रोन देखने के लिए कोई पेड़ तो कोई पहाड़ी पर चढ़ा

राजस्थान के जयपुर जिले में मौजूद रामगढ़ बांध पर कृत्रिम बारिश के लिए कल पहली बार ड्रोन उड़ा। इस दौरान लोगों को उम्मीद थी कि बारिश हो सकती है, ऐसे में कुछ लोग छाता लेकर कृत्रिम बारिश देखने पहुंचे।

जयपुर

Kamal Mishra

Aug 13, 2025

Artificial rain at Ramgarh dam
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ड्रोन का वीडियो बनाते लोग (फोटो-पत्रिका)

जयपुर। कृत्रिम बारिश का डेमो देखने के लिए मंगलवार को रामगढ़ बांध पर हजारों की संख्या में लोग पहुंच गए। कंपनी की ओर से दोपहर दो बजे का समय दिया गया था, लेकिन सुबह 10 बजे से ही आस-पास के गांवों और जयपुर से लोगों का आना शुरू हो गया। लोग छाता लेकर कृत्रिम बारिश को देखने के लिए आए और पहली बार यह नजारा देखने को लेकर उत्साहित दिखे।

रामगढ़ बांध के पेटे और पाल पर लोगों की भीड़ जुट गई। बांध की पाल पर एक जगह ड्रोन उड़ाने का स्थान चिन्हित किया गया था, लेकिन दोपहर दो बजे तक अनुमान से अधिक भीड़ आने के चलते पुलिस-प्रशासन और कंपनी प्रतिनिधियों के हाथ-पैर फूल गए। हजारों की भीड़ को संभालने के लिए पुलिसकर्मी कम पड़ गए, जिससे अव्यवस्था फैल गई।

भीड़ को नियंत्रित करने में पुलिस के फूले हांथ-पांव

जिस स्थल से ड्रोन को उड़ाना था, वहां लोगों की एंट्री नहीं थी, इसके बावजूद भीड़ वहां घुस गई। ऐसे में ड्रोन को उड़ाते समय भीड़ को नियंत्रित करना मुश्किल हो गया। पुलिस को हल्का बल प्रयोग करना पड़ा। पुलिसकर्मी दो से चार बजे तक एक ओर भीड़ को काबू करते रहे, वहीं दूसरी ओर कंपनी की ओर से ड्रोन को उड़ाने का प्रयास होता रहा।

10 हजार फीट की ऊंचाई पर बादल

ड्रोन उड़ाने के दो प्रयास विफल होने पर कंपनी ने तर्क दिया कि, अधिक भीड़ आने से जीपीएस सिग्नल बाधित हुआ। हालांकि भीड़ कम होने के बाद तीसरे प्रयास में ड्रोन ने उड़ान भरी। ड्रोन को 400 मीटर की ऊंचाई तक ही उड़ाने की अनुमति मिली है, जबकि बादल करीब 10 हजार फीट की ऊंचाई पर हैं, ऐसे में बारिश नहीं हो सकी। यह प्रक्रिया करीब 2 महीने तक चलेगी।

तीसरी बार ड्रोन ने भरी उड़ान

पहले प्रयास में ड्रोन उड़ ही नहीं पाया। इसके कुछ घंटों बाद दूसरे प्रयास में भी ड्रोन कुछ ऊंचाई छूने के बाद बांध में नीचे की ओर चला गया और झाडिय़ों में जाकर रुक गया। कंपनी के प्रतिनिधि आनन-फानन में बांध में नीचे पहुंचे और ड्रोन को बंद कर पुलिसकर्मियों के साथ सुरक्षित ऊपर लेकर आए। ड्रोन के झाडिय़ों में रुकने पर आसपास भीड़ एकत्रित हो गई और लोग फोटो व वीडियो बनाने लगे। इस दौरान पुलिस ने लोगों को हटाया और टीम के साथ ड्रोन को ऊपर लेकर आई। इसके कुछ घंटे बाद कृषि मंत्री किरोड़ीलाल मीणा व विधायक की मौजूदगी में तीसरी बार ड्रोन उड़ाया गया।

जान जोखिम में डालकर ड्रोन का दीदार

कार्यक्रम स्थल पर जगह के अभाव में लोग जान जोखिम में डालकर ड्रोन को उड़ते देखने के प्रयास में लगे रहे। कोई पेड़ पर चढ़ा तो कोई भवनों व पहाड़ी पर चढ़कर डेमो देखने का प्रयास करता नजर आया। पुराने भवन की छत पर क्षमता से ज्यादा भीड़ नजर आई, जिससे हर समय हादसे का खतरा बना रहा।

कृषि मंत्री भी जाम में फंसे

डेमो कार्यक्रम को लेकर बड़ी संख्या में लोगों के पहुंचने से यातायात के इंतजाम बौने नजर आए। ऐसे में पुलिसकर्मी जाम खुलवाने का प्रयास करते नजर आए। कार्यक्रम स्थल पर पहुंचने से पहले कृषि मंत्री भी जाम में फंस गए। उन्हें भी बांध के भराव क्षेत्र के बीच से कार्यक्रम स्थल तक पहुंचना पड़ा।