जगदलपुर। इंद्रावती नदी पर बन रहे हाई लेवल पुल से शहर में दाखिल होने वाले ट्रैफिक को संभालने के लिए कोई ठोस कार्य योजना अब तक नहीं बनाई गई है। सरकार के नुमाइंदे सिर्फ पुल बनवाने के काम में लगे हुए हैं लेकिन इसके बाद जो समस्या शहर को झेलनी पड़ेगी इस ओर किसी का ध्यान नहीं है। इस बीच पत्रिका के सामने यह जानकारी आई कि प्रशासन जल्द ही बस्तर कैफै से अनुपमा चौक तक की सडक़ को चौड़ी करवाने जा रहा है। इसके लिए बजट में राशि का प्रावधान हो चुका है। काम भी जल्द ही होता दिखा दिख सकता है। रायपुर की ओर जब लोग इस पुल का इस्तेमाल करते हुए शहर में दाखिल होंगे तो उन्हें खडक़घाट के आगे जो रोड मिलेगी वह हैवी ट्रैफिक के लायक नहीं होगी। खडक़घाट के आगे पनारापारा से समुंद चौक तक की सडक़ को चौड़ा करना या इस पर फ्लाइओवर का निर्माण सबसे ज्यादा जरूरी है इससे पहले बस्तर कैफे से आगे की सडक़ को चौड़ा करने की तैयारी चल रही है। इस पर शहर के लोगों का कहना है कि प्रशासन इस पुल के निर्माण के बाद की स्थिति को गंभीरता से नहीं ले रहा है। यही कारण है कि इस तरह से बेतरतीब विकास की बातें सामने आ रही हैं।
चरणबद्ध तरीके से चौड़ीकरण के काम को आगे बढ़ाना होगा
हाई लेवल पुल से शहर में आने वाले हैवी ट्रैफिक को संभालने के लिए चरणबद्ध तरीके से काम करना होगा। इसके लिए एक वृहद कार्य योजना बनानी होगी ताकि भविष्य की जरूरत के हिसाब से सडक़ें तैयार हो पाएं। पनारापारा से अनुपमा चौक तक की सडक़ को एक छोर से दूसरे छोर तक चौड़ा करना होगा। इस दौरान रास्ते में ऐसी सारी व्यवस्थाएं और ट्रैफिक सिग्नल लगाने होंगे जिससे सडक़ जाम ना हो।
ट्रैफिक सर्वे भी अब तक नहीं किया गया
पत्रिका ने जिला प्रशासन के सूत्रों से जब यह जानना चाहा कि क्या पुल बनाने से पहले सडक़ का ट्रैफिक सर्वे किया गया है तो जानकारी मिली कि ऐसा कुछ भी नहीं हुआ है। एक औसत अंदाजा लगाया गया है कि पुल से कितने वाहन गुजरेंगे। पुल का निर्माण हैवी ट्रैफिक के हिसाब से हो रहा है लेकिन इससे लगी सडक़ों पर कितना ट्रैफिक होना चाहिए इस पर कोई मंथन नहीं किया गया है या कहें इस पर कोई रिपोर्ट तैयार नहीं की गई है। जबकि कोई भी नया पुल या फ्लाइओवर बनता है तो सडक़ पर चलने वाले ट्रैफिक का सर्वे जरूर किया जाता है।
समय रहते प्लानिंग नहीं हुई तो पुल का औचित्य खत्म हो जाएगा
हाई लेवल पुल के निर्माण का उद्देश्य यातायात को सुगम बनाना है लेकिन इससे जुड़ी प्लानिंग समय रहते नहीं की गई तो पुल के निर्माण का औचित्य खत्म हो जाएगा, ऐसा शहर के विकास के जानकार कह रहे हैं। जानकारों का कहना है कि यह शहर का बहुत बड़ा मुद्दा है लेकिन इस ओर अफसर ध्यान देते नहीं दिख रहे जबकि अब तक अफसरों को ग्राउंड पर जाकर स्थिति देखनी चाहिए थी।
Published on:
24 Feb 2024 09:01 pm