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अबूझमाड़ में नक्सलियों की घेराबंदी की तैयारी

- छत्तीसगढ़ और महाराष्ट्र पुलिस ने धूर नक्सल प्रभावित इलाके डेढ़ दर्जन कैंप खोलकर बढ़ाया दबाव- अबूझमाड के बार्डर गर्देवाडा में महाराष्ट्र ने खोला नया पुलिस कैंप, 1000 जवान किए तैनात- गढचिरौली जिले का गर्देवाडा गांव धूर नक्सल प्रभावित है, पिछले लोस चुनाव में नक्सलियों ने मचाया था जमकर उत्पातआजादी के बाद पहली बार पहुंची पुलिस, एक ही दिन में खोला कैम्प

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आजादी के बाद पहली बार पहुंची पुलिस, एक ही दिन में खोला कैम्प

आजादी के बाद पहली बार पहुंची पुलिस, एक ही दिन में खोला कैम्प

जगदलपुर। अबूझमाड में नक्सलियों को चारों ओर से घेरने की कवायद तेज हो गई है। इसके तहत प्रदेश के दंतेवाडा, जगदलपुर, कोण्डागांव और नारायणपुर जिलों सहित सीमावर्ती राज्य महाराष्ट्र के गढचिरौली जिले में सुरक्षाबलों के कैंप खोले जा रहे हैं अब तक प्रदेश में 14 और गढचिरौली में 4 कैंप खोले जा चुके हैं जिनमें गर्देवाडा ऐसा गांव है जहां मूलभूत सुविधाओं का नितांत अभाव है यहां तक पहुंचने के लिए सडक भी नही है।
गढचिरौली पुलिस साेमवार को पहली बार यहां पहुंचकर एक दिन में ही यहां जवानों का कैम्प खोल दिया है। ग्रामीणों की मानें तो पुलिस को यहां पहुंचने में 75 साल लग गए। यह इलाका अबूझमाड की सीमा से महज पांच किमी की दूरी पर है, तथा अबूझमाड नक्सलियों का हेडक्वार्टर माना जाता है नक्सलियों के सभी टाप लीडर यहीं से संगठन चलाते हैं। वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव में नक्सलियों ने यहां जमकर उत्पात मचाया था और कई विस्फोट किए थे ।

60 किमी पैदल चलकर पहुंचे गर्देवाडा
गढचिरौली के एसपी नीलोत्पल नें बताया कि इस पुलिस चौकी की स्थापना के लिए पुलिस को गट्टा थाने से गर्देवाडा तक करीब 60 किमी पैदल चलना पडा । यह पूरा इलाका धूर नक्सल क्षेत्र होने के कारण काफिले में करीब 600 की संख्या में सी-60 कमांडो तथा 500 विशेष पुलिस अ धिकारी भी साथ गए थे। इस दौरान वे लैंडमाइंस और झाड़ियों में नक्सलियों के एम्बुश पर भी लगातार नजर रखे हुए थे । इस दुर्गम इलाके में जाकर पुलिस चौकी स्थापित करना काफी कठिन काम था। यही नहीं वहां पहुंचकर 1500 लोगों को काम पर लगाया गया और तेजी से काम करते हुए एक ही दिन में ही पक्का कैम्प परिसर बना दिया गया। यहां पुलिसकर्मियों के रहने के लिए भी पर्याप्त सुविधा और मजबूत सुरक्षा व्यवस्था रहेगी। आसपास के इलाकों में दस नग 4 जी टावर लगाए जा रहे हैं।तैनात जवानों के लिए पोटा केबिन, एक आरओ प्लांट, टॉयलेट ब्लॉक, वाईफाई, जनरेटर सेट आदि भी उपलब्ध कराए गए हैं।
अबूझमाड में नक्सलियों की घेराबंदी में मिलेगी मदद
इस नए पुलिस कैम्प की स्थापना से गढचिरौली ही नही ब ल्कि अबूझमाड में नक्सलियों की घेराबंदी, पुलिस के अंतरराज्यीय आपरेशन को मदद मिलेगी । इसके साथ साथ लगभग 750 वर्ग किमी क्षेत्र में फैला पुलिस का निगरानी तंत्र और भी मजबूत होगा । प्रभावित इलाके में नक्सली दहशत के कारण विकास के कई काम ठप पडे हैं उन्हे भी गति मिलेगी। छत्तीसगढ को महाराष्ट्र से जोडने के लिए लंबे समय से मंजूर गट्टा-गर्देवाडा- तोडगट्टा-वांगेतुरी-पनावर अंतरराज्यीय सड़क के निर्माण को सुरक्षा मिलने से इस सडक का निर्माण जल्द पूर्ण होगा। गढचिरौली पुलिस ने हाल के ही दिनों में गर्देवाडा के अलावा पिपलीबुर्गी,मन्नेराजारम और वांगेतुरी में भी फोर्स के नए कैम्प स्थापित किए हैं।
वर्सन
अबूझमाड़ में नक्सलियो क़े खिलाफ फ़ोर्स नई रणनीति क़े तहत काम कर रही है महाराष्ट्र में भी नए कैंप खोले जा रहे है सभी सीमावर्ती जिलों की पुलिस ने दबाव बनाया हुआ है | नक्सलियो क़े खिलाफ ऑपरेशन तेज किए जाएंगे |
सुंदरराज पी
आई जी बस्तर