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जिम्मेदारों की अनदेखी के चलते नदी में चलने लगी जेसीबी व टैªक्टर

अवैधरूप से रेत तस्करों के द्वारा किया जा रहा परिवहन में विभाग की मौन सहमति नजर आ रही।

जोंधरापदर स्टॉप डेम में जारी है रेत का अवैध उत्खनन।
अवैधरूप से रेत तस्करों के द्वारा किया जा रहा परिवहन में विभाग की मौन सहमति नजर आ रही।

कोण्डागांव- जिला मुख्यालय से सटकर बहने वाली नारंगी नदी पर बने जोधरापदर स्टापडेम से अवैधरूप से रेत का उत्खनन कर तस्करों के द्वारा परिवहन किया जा रहा है। हालंाकि यह कोई नई बात तो नहीं, लेकिन शासन-प्रशासन ने जिस विभाग व जिन्हें इसे रोकने की जिम्मेदारी सौपी है शायद वे इससे अंजान है या फिर अंजान बने रहना ही उचित समझ रहे है। जिससे रेत तस्कारों के हौसले बुंदल है और जिम्मेदारी के आलसपन का फायदा उठाकर ये तस्कर अब नदी में जेसीबी उतारकर अवैधरूप से रेत का उत्खनन करते नजर आ रहे है। ऐसा ही कुछ बुधवार की सुबह दर्जनों की संख्या में टैक्टर नदी पर रेत से लोड हो रहे तो वही जेसीबी नदी में विचरण करता नजर आया। जिसकी सूचना विभागीय अधिकारियों को भी दी गई पर वे इस ओर छापेमार कार्यवाही करना भी मुनासिब नहीं समझे और नदी से रेत का पहले की ही तरह अवैध परिवहन होता रहा। सूत्रों की माने तो रेत तस्करों के द्वारा बारिश को ध्यान में रखते हुए इन दिनों नदी से रेत निकालकर अवैधरूप से डंप किया जा रहा है, जिस पर भी जिम्मेदार विभाग कार्यवाही करने से कतरा रहा है या फिर अवैध उत्खनन और संग्रहण में विभाग की मौन सहमति हैं। कभी-कभार जिम्मेदारों के द्वारा कार्यवाही करना भी केवल कागजी खानापूर्ति ही बनकर रह जाता है।
अमले का रोना रो रहा विभाग-
आपको बता दे कि, जिस विभाग के द्वारा सरकार को विभिन्न तरह के कर के माध्यम से लाभ हो रहा है उसी विभाग के पास जिले में अमला ही नहीं है। जिसका रोना अब यहॉ पदस्थ अधिकारी अक्सर रोते नजर आते है और अमले की कमी के चलते ही यह जिम्मेदार खनिज विभाग कार्यवाही से भी बच रहा है। ज्ञात हो कि, पिछले दिनों विकासखंड फरसगांव में स्थानीय पत्रकारों के द्वारा ऐसे ही एक अवैध परिवहन की रिर्पोटिंग करने गए पत्रकारों परी हमला कर उनके वाहन को छतिग्रस्त करने का भी मामला सामने आया था जिसकी रिर्पोट भी थाने में दर्ज करवाई गई है।
वर्सन-
0- मैं अभी रायपुर में हुॅ, इसलिए मेरा पहुंचना संभव नहीं हो पाएगा, वहीं विभाग में अमले की कमी भी बनी हुई है।
(गोपालदास टंडन, खनि.इंस्पेक्टर)