इंद्रावती टाइगर रिजर्व की सीमा महाराष्ट्र प्रदेश से भी लगी हुई है, इस कारण वन अधिकारी वन भैंसों के रहवास की पुख्ता जानकारी के लिए वाइल्डलाइफ द्वारा एक प्रोजेक्ट बनाया है, जिसमें स्थानीय ग्रामीणों की मदद ली जा रही है। ग्रामीणों को प्रशिक्षित भी किया जा रहा है। इन ग्रामीणों को पार्क एरिया या उससे बाहर वन भैंसा देखे जाने पर उनके फोटो खींचकर इनकी संख्या की भी गणना करने के निर्देश दिये गए है, ताकि इस पर लोकेशन के जरिए जिओ मैपिंग कर उनकी लोकेशन का पता लगाया जा सके।
Published on:
01 Mar 2024 10:02 am