जगदलपुर। नगर निगम में सभापति कविता साहू के खिलाफ लाए गए अविश्वास प्रस्ताव पर आज सुबह 11 बजे से वोटिंग होगी। इस पर भाजपा का कहना है कि कांग्रेसी पार्षदों को इसमें शामिल होने से रोका जा रहा है। वे इससे बच रहे हैं। वहीं कांग्रेस की तरफ से कहा गया है कि प्रशासन ने भाजपा के दबाव में आकर सामान्य सभा के दिन अविश्वास प्रस्ताव की तारीख तय की। फिर भी हम एकजुट हैं और सामान्य सभा का सामना करेंगे। इस पूरे मामले में रविवार शाम तक पशोपेश की स्थिति बनी रही। हालांकि अविश्वास प्रस्ताव के लिए नियुक्त कांग्रेस के पर्यवेक्षक प्रमोद दुबे और रेखचंद जैन ने रविवार दोपहर कांग्रेस भवन में पत्रवार्ता लेते हुए कहा कि सामान्य सभा के दिन जानबूझकर अविश्वास प्रस्ताव की तारीख तय करना एक साजिश है। प्रमोद दुबे ने कहा कि सभापति ने सामान्य सभा की तारीख आगे बढ़ाने की मांग की इस पर कमिश्नर ने कोई जवाब नहीं दिया। उन्होंने कहा कि बस्तर में पूरा प्रशासन इस अविश्वास प्रस्ताव पर काम कर रहा है। यह गलत है और इसके लिए हम भविष्य में न्यायालय में भी जाएंगे।
तो आज निगम में क्या होगा...
आज सुबह 11 बजे का समय अविश्वास प्रस्ताव के लिए तय किया गया है। अगर कांग्रेस अपने कहे पर कायम रहती है तो सबसे पहले अविश्वास प्रस्ताव पर वोटिंग होगी। वोटिंग में अगर सभापति अपनी कुर्सी बचा लेती हैं तो सामान्य सभा की स्थिति स्पष्ट होगी। हालांकि माना जा रहा है कि आज सामान्य सभा नहीं हो पाएगी। सभापति ने पहले ही कमिश्नर से सामान्य सभा की अगली तारीख मांगी है। इस तरह आज शहर का बजट पेश होना मुश्किल है। आगे बजट पेश कब होगा यह भी तय नहीं हो पाया है क्योंकि इस पूरे सप्ताह में कभी भी आचार संहिता लग सकती है। आचार संहिता के बाद ही बजट पेश हो पाएगा।
सभी पार्षद मेरे साथ, बजट एमआईसी में पास: सभापति
सभापति कविता साहू ने कहा कि कांग्रेस के सभी २९ पार्षद मेरे साथ हैं, हम सब एकजुट हैं। हम किसी भी स्थिति में अविश्वास प्रस्ताव से बच नहीं रहे हैं। हम कल के सम्मेलन में शामिल होंगे। सामान्य सभा की तारीख आगे बढ़ाने की मैंने मांग की थी लेकिन कोई जवाब नहीं मिला। हालांकि बजट एमआईसी में पास हो चुका है। एक्ट में इसका भी प्रावधान है। अगर किसी स्थिति में आचार संहिता लगती है तो बजट इसी तरह से लागू माना जाता है।
पूरी कांग्रेस अविश्वास प्रस्ताव से बच रही: नेता प्रतिपक्ष
नेता प्रतिपक्ष संजय पांडेय ने मामले में कहा कि पूरी कांग्रेस अविश्वास प्रस्ताव से बचने की तैयारी में है। अगर सभी वोटिंग के लिए आ भी जाते हैं तो बजट से पहले वोटिंंग होगी क्योंकि सभापति को पहले अपनी कुर्सी बचानी होगी, उसके बाद ही तय होगा कि किसकी अध्यक्षता में बजट पेश होना है।
Published on:
10 Mar 2024 09:38 pm