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CG News: बस्तर से एंटी रेबीज वैक्सीन की किल्लत दूर, विभाग ने करवाई 19955 डोज की सप्लाई

CG News: सीजीएमएसई ने खबर प्रकाशन के बाद स्वास्थ्य मंत्री और उनके मंत्रालय को भ्रमित करने की कोशिश की। अस्पतालों में वैक्सीन नहीं थी और कहा गया कि वैक्सिन उपलब्ध है।

स्वास्थ्य विभाग ने की आपूर्ति (Photo source- Patrika)
स्वास्थ्य विभाग ने की आपूर्ति (Photo source- Patrika)

CG News: बस्तर में एंटी रेबीज वैक्सीन की कमी लंबे वक्त से बनी हुई थी। पत्रिका ने तीन दिन पूर्व इस पर एक खबर प्रकाशित की और बताया कि बस्तर के लोग डॉग बाइट के बाद बाजार से एंटी रेबीज वैक्सीन खरीदने को मजबूर हैं। इसके बाद छत्तीसगढ़ का स्वास्थ्य मंत्रालय हरकत में आया और अब बस्तर संभाग के सातों जिले में पर्याप्त संख्या में एंटी रेबिज के डोज पहुंच चुके हैं।

CG News: वैक्सिन की किल्लत किसी भी जिले में नहीं

सात जिलों में कुल 19955 डोज की सप्लाई की गई है। खबर प्रकाशन के तत्काल बाद डोज खरीदी की प्रक्रिया शुरू की गई और जल्द से जल्द डोज अस्पतालों में पहुंचा दिए गए हैं। बताया जा रहा है कि खबर प्रकाशन के बाद सीजीएमएसई के जिम्मेदारों को फटकार पड़ी। इसके बाद सीजीएमएसई ने आनन-फानन में लोकल मार्केट से खरीदी करके सप्लाई को पूरा किया। बताया जा रहा है कि इतनी बड़ी संख्या में अब वैक्सीन मिल चुके हैं। अब लंबे वक्त तक वैक्सीन की किल्लत किसी भी जिले में नहीं होगी।

सीजीएमएसई ने भ्रमित करने की कोशिश की

सीजीएमएसई ने खबर प्रकाशन के बाद स्वास्थ्य मंत्री और उनके मंत्रालय को भ्रमित करने की कोशिश की। अस्पतालों में वैक्सीन नहीं थी और कहा गया कि वैक्सिन उपलब्ध है। जबकि पत्रिका ने अपनी खबर के साथ संस्था की वेबसाइट का लाइव डाटा दे दिया था, जिसमें स्पष्ट रूप से 6 अगस्त की स्थिति में उपलब्धता शून्य दिख रही थी। सिर्फ दंतेवाड़ा के वेयर हाऊस में 10 वैक्सीन थे। स्वास्थ्य विभाग ने सीजीएमएसई की चालाकी को पकड़ा और तत्काल सप्लाई को सुचारू करवाया।

जिला: उपलब्ध डोज

बस्तर: 3385

कांकेर: 828

बीजापुर: 2950

कोण्डागांव: 3004

सुकमा: 4980

दंतेवाड़ा: 1613

नारायणपुर: 3195

कुल : 19955

CG News: पत्रिका फिर बना बस्तर की आवाज

एक बार फिर पत्रिका बस्तर की आवाज बना है। वैक्सीन के अभाव में लोगों को 4500 रुपए तीन डोज के लिए खर्च करने पड़ रहे थे। अब जबकि स्वास्थ्य मंत्रालय ने सप्लाई कर दी है तो डॉग बाइट के केस के बाद किसी भी अस्पताल में जाएंगे तो वैक्सीन मिल जाएगी। रेबिज का खतरा अब टल चुका है।