CG News: बस्तर संभाग के इकलौते एयरपोर्ट के लिए राज्य सरकार ने आठ महीने पहले 20.40 करोड़ मंजूर किए। इस रकम से एयरपोर्ट में ऐसे काम होने हैं जिससे एयरपोर्ट की सुरक्षा और उड़ान क्षमता बढ़ती। यह काम पिछले आठ महीने में शुरू नहीं हो पाए हैं। दरअसल इस पूरे प्रोजेक्ट के मानक इतने ऊंचे हैं कि छत्तीसगढ़ स्तर पर कोई कंपनी पीडब्ल्यूडी को नहीं मिल रही है।
एयरपोर्ट के 80 साल पुराने रनवे को 11 करोड़ 4 लाख रुपए खर्च कर नए सिरे से बनाना है। यह काम उच्च गुणवत्ता वाला होता है इसके लिए प्रोफेशनल कंपनी की जरूरत है जो कि छत्तीसगढ़ में काम करने में रुचि नहीं दिखा रही हैं। राज्य में इस स्तर का काम करने वाली कोई भी कंपनी नहीं है। यही कारण है कि टेंडर की प्रक्रिया आठ महीने से अटकी हुई है।
रनवे और फ्लाइट आइसोलेशन बे के लिए दो बार रायपुर से टेंडर हो चुका है लेकिन अब तक कोई काम करने वाला नहीं मिला है। वहीं बात करें इस प्रोजेक्ट के छोटे कामों की तो उसके लिए स्थानीय स्तर पर ही लोग मिल चुके हैं। एयरपोर्ट के भीतर 1 करोड़ 27 लाख से पेरी-फेरी रोड बननी है जिसके लिए टेंडर हो चुका है और काम बारिश के बाद शुरू होगा। वहीं 81 लाख के फेंसिंग का काम भी जल्द शुरू होने के बात संबंधित विभाग कह रहा है।
बस्तर के लिए जारी होने वाले अलग-अलग कामों में देरी आम बात है लेकिन एयरपोर्ट के सेंसिटिव और स्ट्रैटजिक प्रोजेक्ट में हो रही इस तरह की देरी एयरपोर्ट के भविष्य के लिए चिंतनीय है। एयरपोर्ट से नई फ्लाइट शुरू नहीं होने के पीछे यहां संसाधनों की कमी है। जब सरकार यहां संसाधन और सुविधा बढ़ाना चाह रही है तो काम शुरू नहीं हो पा रहे हैं।
प्रोजेक्ट में 20.40 करोड़ से यह काम होने हैं…
एयरपोर्ट के रनवे की राइडिंग क्वालिटी सुधारने नए सिरे से बनाएं
बजट: 11 करोड़ 4 लाख, टेंडर की प्रक्रिया जारी
फ्लाइट खड़ी करने आइसोलेशन बे
बजट: 7 करोड़ 27 लाख, टेंडर की प्रक्रिया जारी
एयरपोर्ट के भीतर पेरी-फेरी रोड
बजट: 1 करोड़ 27 लाख, टेंडर की प्रक्रिया पूरी
बाउंड्रीवॉल में वायर फेंसिंग
बजट: 81 लाख, टेंडर की प्रक्रिया पूरी
हाई क्वालिटी का मटेरियल लगता है
आरके बत्रा, ईई, पीडब्ल्यूडी: इस पूरे प्रोजेक्ट में मुख्य काम रनवे का है। इस काम में उच्च क्वालिटी का मटेरियल लगना है। टेंडर में जो योग्यता तय की गई है उस अनुसार अभी कंपनियां तलाशी जा रही हैं। प्रमुख अभियंता कार्यालय रायपुर से टेंडर की प्रक्रिया चल रही है।
केंद्र सरकार ने राज्य के तीन एयरपोर्ट पर सुविधाएं बढ़ाने और विकास कार्यों के लिए 2020 में 108 करोड़ रुपये मंजूर किए थे। तब जगदलपुर एयरपोर्ट को अपग्रेड करने के लिए 48 करोड़ रुपए जारी हुए थे। वहीं अंबिकापुर एयरपोर्ट के लिए 27 करोड़ और बिलासपुर एयरपोर्ट के लिए 33 करोड़ जारी हुए थे। सबसे ज्यादा राशि जगदलपुर एयरपोर्ट को दी गई थी। तब उड़ान योजना के तहत मिली इस राशि से एयरपोर्ट में मौजूदा टर्मिनल बिल्डिंग समेत बाउंड्रीवाल व अन्य जरूरी काम किए गए थे। उस दौरान ही शहर से नई फ्लाइट शुरू हुई थी।
CG News: विभाग दावा कर रहा है कि बारिश के बाद रनवे का काम शुरू करने व्यापक स्तर पर प्रयास हो रहे हैं। अगर काम शुरू होता है तो मौजूदा रनवे को पूरी तरह से उखाड़ा जाएगा और तब यहां वर्तमान में आ रही इंडिगो और एलायंस की फ्लाइट बंद हो जाएगी। काम तीन से चार महीने चलना तय है। ऐसे में विंटर शेड्यूल में रायपुर की फ्लाइट शुरू होना भी मुश्किल होगा।
Published on:
07 Aug 2025 12:03 pm