जिला उप-पंजीयक विभाग में पिछले डेढ़ महीने से जमीनों की रजिस्ट्री की संख्या बढ़ गई है। रजिस्ट्री दफ्तर में दिनभर बेचने ग्राहकों की भीड़ रहती है। कर्मचारी यहां अपने पुराने दस्तावेजों को सहेजने और इन्हें एक साथ बनाए रखने का काम कर रहे हैं। कर्मचारियों ने बताया कि इन दिनों लोग आचार संहिता को देखते हुए जल्द से जल्द रजिस्ट्री करवाना चाहते हैं। इसके चलते फरवरी माह में 415 रजिस्ट्री हो चुकी है, जबकि सामान्यत: प्रतिमाह औसतन 300 ही रजिस्ट्री होती थी।
रकम पर निगरानी रहने से बचते हैं लोगआचार संहिता के दौरान शुरुआत में नकद की धरपकड़ के कारण लोगों में भय रहता है कि रजिस्ट्री कराने पहुंचने के दौरान उन पर भी कार्रवाई न हो जाए। बैंक से एक साथ रुपए निकालने की भी निगरानी होती है, ऐसे में ज्यादातर लोग इन झंझटों से बचने बचना चाहते हैं। यही कारण है कि लोग इन दिनों रजिस्ट्री कराना चाहते हैं। क्योंकि आचार संहिता के बाद रजिस्ट्री के लिए आवेदन यहां कम ही पहुंचेंगे। हालांकि रजिस्ट्री दफ्तर के कर्मचारियों ने बताया कि आचार संहिता से जमीन की खरीदी-बिक्री का कोई संबंध नहीं है और न ही इसे लेकर कोई रोकटोक ही होती है।
जमीन रजिस्ट्री और राजस्व प्राप्ति वर्ष 2023- 24
रजिस्ट्री, माह, राशि
340 अप्रैल 21074762
331मई 33177621
262 जून 30049074
334 जुलाई 24937075
378 अगस्त 29740996
309 सितंबर 23601674
314 अक्टूबर 26745015
205 नवंबर 17301545
304 दिसंबर 27240927
318 जनवरी 28155802
415 फरवरी 29041296
कुल राशि :- 291065787
Published on:
27 Feb 2024 09:36 pm