Human interest story : लोगों की सुरक्षा के लिए सख्त नजर आने वाले पुलिस के चेहरे के पीछे मानवीय चेहरा भी होता है। बरगी नगर में भी ऐसा मामला सामने आया है। बुधवार को गणेश विसर्जन के समय बरगी नगर चौकी प्रभारी एसआई सरिता पटेल की बरगी नगर के जीरो टंकी के पास ड्यूटी थी। वहां उन्होंने 12 साल के बालक को नाव चलाते देखा।
एसआई ने उससे पूछा कि स्कूल जाते हो कि नहीं, तो उसने हामी भर दी। लेकिन, बाद में पता चला कि आर्थिक तंगी के चलते उसका स्कूल में दाखिला नहीं हो सका है। एसआई ने पहल कर उसका दाखिला गुरुवार को शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय बरगी नगर में कक्षा नौवीं में कराया।
एसआई ने बताया कि बालक पढ़ाई में होशियार है। उसने कक्षा आठवीं तक पढ़ाई की है। लेकिन उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में दाखिले के लिए 1500 रुपए रजिस्ट्रेशन फीस लगनी थी। यह रकम उसके माता-पिता के पास नहीं थी। माता-पिता ने उसे नानी के घर छोड़ा और मजदूरी करने दिल्ली चले गए। इसके बाद बच्चे ने नाव चलाना शुरू कर दिया।
जैसे ही उसका एडमिशन फार्म पोर्टल पर अपलोड हुआ, एसआई और प्राचार्य की खुशी का ठिकाना नहीं था। एसआई ने उसे ड्रेस, किताबें, स्कूल बैग व अन्य चीजें भी खरीदकर दीं। शुक्रवार से बालक स्कूल भी जाने लगा। एसआई ने भविष्य में भी पढ़ाई के लिए उसकी हर संभव मदद का आश्वासन दिया।
एसआई पटेल ने बताया कि उन्होंने शासकीय स्कूल बरगी नगर के प्राचार्य श्रीकिशन रायखेरे से बात की। उन्होंने बताया कि स्कूल में तिमाही परीक्षाएं शुरू होने वाली हैं। पोर्टल बंद है। ऐसे में दाखिला मुश्किल है। प्राचार्य ने कोशिश करने की बात कही। एसआई ने स्कूल शिक्षा विभाग भोपाल में बात की। बालक के दाखिले के लिए गुरुवार को कुछ देर के लिए पोर्टल खुला। जिसके बाद उसका दाखिला हुआ। एसआई ने अभिभावक के तौर पर फार्म में हस्ताक्षर भी किए।
Updated on:
21 Sept 2024 11:22 am
Published on:
21 Sept 2024 11:19 am