lung cancer update : युवाओं में बढ़ रही स्मोकिंग और तम्बाकू खाने की आदत उन्हें कैंसर का मरीज बना रही है। तम्बाकू खाने से जहां कैंसर, हार्ट अटैक, सांस से संबंधित गंभीर बीमारियां होती हैं, वहीं सिगरेट, बीड़ी पीने वालों को लंग्स कैंसर की गारंटी होती है। इसके बावजूद जिले में तम्बाकू खाने और स्मोकिंग करने वालों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। पिछले कुछ सालों लंग्स कैंसर के मरीजों की संख्या के मामले में सबसे ’यादा इजाफा हुआ है। वहीं दूसरी ओर जिले में तम्बाकू और बीड़ी सिगरेट की बिक्री भी हर साल बढ़ती जा रही है। जिससे यह पता चलता है कि लोगों ने नशे की आदतें लगातार बढ़ रही हैं।
शहर में सिगरेट पीने वालों की संख्या में लगातार बढ़ोत्तरी हो रही है। एक अनुमान के अनुसार रोजाना जबलपुर जिले के स्मोकिंग करने वाले 20 से 21 हजार सिगरेट पी जाते हैं। वहीं बीड़ी की बात करें तो इसकी संख्या करीब 5 हजार है। बीड़ी और सिगरेट पीने वालों में 20 से 30 वर्ष के युवाओं की संख्या सबसे ’यादा है।
जिले में तम्बाकू खाने वालों में किशोर, युवा, महिलाएं व पुरुष सभी आयु वर्ग के लोग शामिल हैं। यही वजह है कि जिले में हर साल लगभग 20 से 22 ट्रक तम्बाकू की खपत हो जाती है। एक ट्रक में 10 टन तम्बाकू आती है। जबलपुर में गुजरात की तम्बाकू को सबसे ज्यादा पसंद किया जाता है। जो 30 से 100 रुपए किलो तक बेची जा रही है। हालांकि कुछ तम्बाकू आसपास के जिलों के व्यापारी भी खरीदकर ले जाते हैं।
वर्तमान में लंग्स कैंसर के मरीजों में अधिकतम युवाओं की संख्या है। इसके बाद 40 से 50 वर्ष आयु वाले लोग आते हैं। हालांकि जांच में कैंसर की मुख्य वजह युवावस्था से शुरू हुई स्मोकिंग की आदत सामने आ रही है। हर साल 700 से 800 लंग्स कैंसर के मरीज मेडिकल अस्पताल पहुंच रहे हैं। इनके अलावा स्मोकिंग करने वालों के संपर्क में रहने वाले हर दस व्यक्तियों में से 3 लोगों को भी लंग्स कैंसर की शिकायत हो रही है। इन्हें पेसिव स्मोकिंग केस कहा जाता है।
Updated on:
01 Aug 2025 12:09 pm
Published on:
01 Aug 2025 12:07 pm