
ब्रिज के बीच आ रही नपा की 200 मीटर राइजिंग पाइप लाइन, अटका काम
इटारसी. सोनासांवरी रेलवे गेट पर 600 मीटर लंबा ओवरब्रिज बनाया जा रहा है। ब्रिज का रेलवे पटरी के ऊपर वाले हिस्से में रेलवे ब्रिज बना रही है। बाकी दोनों छोर पर निर्माण के लिए पिलर खड़े किए जा रहे हैं। रेलवे गेट के पास ब्रिज के पिलर खड़े हो गए हैं। अब एप्रोच रोड बनाने के पहले सीमांकन किया गया। जिसमें पता चला कि ब्रिज के पिलर जहां खड़े होने हैं, वहां नपा की पेयजल की पाइपलाइन है। ऐसे में पिलर खड़े नहीं किए जा सकते। जिसके बाद नपा के इंजीनियरों ने निरीक्षण किया है। अब पाइपलाइन को हटाने के बाद काम शुरू होगा।नपा के इंजीनियर मुकेश जैन ने बताया कि सडक़ के राइट साइड में फिलहाल पाइप लाइन है। जिसे लेफ्ट साइड में शिफ्ट किया जाएगा। जिसके लिए स्थल निरीक्षण किया जा चुका है। इधर इंजीनियर आदित्य पांडेय ने बताया कि करीब 200 मीटर पाइपलाइन को शिफ्ट किया जाएगा। जिसकी शिफ्टिंग की राशि करीब 18 लाख रुपए ब्रिज कॉर्पोरेशन नपा को देगा। इसके बाद काम शुरू करेंगे।एप्रोच रोड बनाने हटाए जाएंगे कब्जे-
रेलवे गेट के पास ब्रिज के पिलर खड़े हो गए हैं। अब एप्रोच रोड बनाने के पहले सीमांकन किया गया। जिसमें लोगों के कच्चे और पक्के निर्माण आ रहे हैं। ब्रिज कॉर्पोरेशन के इंजीनियरों की टीम ने सीमांकन कर जानकारी का संधारण कर लिया है। इस दौरान रहवासियों ने ब्रिज के लिए एक साइड से एप्रोच रोड बनाने पर आपत्ति दर्ज कराई थी।
जनवरी 2016 में हुआ था सर्वे-ब्रिज कॉर्पोरेशन ने जनवरी 2016 में सोनासांवरी रेलवे गेट क्रमांक 226 और धरमकुंडी रेलवे गेट क्रमांक 222 का सर्वे किया था। इस सर्वे के बाद इसका एस्टीमेट बनाकर राज्य शासन को भेजा गया था। जो एस्टीमेट भेजा गया था उस वक्त वह करीब 12 करोड़ का प्रोजेक्ट था मगर विभाग का एसओआर बदलने से उसकी लागत बढ़ गई। जिसके बाद यह प्रस्ताव नए एस्टीमेट के साथ दोबारा भेजने का निर्णय हुआ था। लोक निर्माण विभाग ब्रिज ने दूसरी बार में इसका 22 करोड़ रुपए नया एस्टीमेट तैयार किया था और ड्राइंग डिजाइन सहित डीपीआर शासन को भेजी थी।
इटारसी. सोनासांवरी रेलवे गेट पर 600 मीटर लंबा ओवरब्रिज बनाया जा रहा है। ब्रिज का रेलवे पटरी के ऊपर वाले हिस्से में रेलवे ब्रिज बना रही है। बाकी दोनों छोर पर निर्माण के लिए पिलर खड़े किए जा रहे हैं। रेलवे गेट के पास ब्रिज के पिलर खड़े हो गए हैं। अब एप्रोच रोड बनाने के पहले सीमांकन किया गया। जिसमें पता चला कि ब्रिज के पिलर जहां खड़े होने हैं, वहां नपा की पेयजल की पाइपलाइन है। ऐसे में पिलर खड़े नहीं किए जा सकते। जिसके बाद नपा के इंजीनियरों ने निरीक्षण किया है। अब पाइपलाइन को हटाने के बाद काम शुरू होगा।नपा के इंजीनियर मुकेश जैन ने बताया कि सडक़ के राइट साइड में फिलहाल पाइप लाइन है। जिसे लेफ्ट साइड में शिफ्ट किया जाएगा। जिसके लिए स्थल निरीक्षण किया जा चुका है। इधर इंजीनियर आदित्य पांडेय ने बताया कि करीब 200 मीटर पाइपलाइन को शिफ्ट किया जाएगा। जिसकी शिफ्टिंग की राशि करीब 18 लाख रुपए ब्रिज कॉर्पोरेशन नपा को देगा। इसके बाद काम शुरू करेंगे।एप्रोच रोड बनाने हटाए जाएंगे कब्जे-
रेलवे गेट के पास ब्रिज के पिलर खड़े हो गए हैं। अब एप्रोच रोड बनाने के पहले सीमांकन किया गया। जिसमें लोगों के कच्चे और पक्के निर्माण आ रहे हैं। ब्रिज कॉर्पोरेशन के इंजीनियरों की टीम ने सीमांकन कर जानकारी का संधारण कर लिया है। इस दौरान रहवासियों ने ब्रिज के लिए एक साइड से एप्रोच रोड बनाने पर आपत्ति दर्ज कराई थी।
जनवरी 2016 में हुआ था सर्वे-ब्रिज कॉर्पोरेशन ने जनवरी 2016 में सोनासांवरी रेलवे गेट क्रमांक 226 और धरमकुंडी रेलवे गेट क्रमांक 222 का सर्वे किया था। इस सर्वे के बाद इसका एस्टीमेट बनाकर राज्य शासन को भेजा गया था। जो एस्टीमेट भेजा गया था उस वक्त वह करीब 12 करोड़ का प्रोजेक्ट था मगर विभाग का एसओआर बदलने से उसकी लागत बढ़ गई। जिसके बाद यह प्रस्ताव नए एस्टीमेट के साथ दोबारा भेजने का निर्णय हुआ था। लोक निर्माण विभाग ब्रिज ने दूसरी बार में इसका 22 करोड़ रुपए नया एस्टीमेट तैयार किया था और ड्राइंग डिजाइन सहित डीपीआर शासन को भेजी थी।
Published on:
21 Sept 2024 07:47 pm
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