MP News: आइआइटी इंदौर ने ऐसी तकनीक तैयार की है, जो मौसम की तरह हवा की गुणवत्ता का भी 6 दिन पहले तक सटीक अंदाजा लगा सकती है। तकनीक को ‘एयरोविजन’ नाम दिया गया है। इसे सिविल इंजीनियरिंग विभाग के प्रो. मनीष कुमार गोयल और कुलदीप सिंह रौतेला की टीम ने तैयार किया है।
सिस्टम आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से चलता है और इसमें सीएनएन, एलएसटीएम जैसी आधुनिक तकनीकें इस्तेमाल हुई हैं। 12 साल के हर घंटे के वायु गुणवत्ता डेटा व मौसम की जानकारी के आधार पर यह छह प्रमुख प्रदूषकों पीएम 2.5, पीएम 10, सीओ, एसओ 2, एनओ 2 और ओ3 के स्तर को 95% से ज्यादा सटीकता से बताता है।
एयरोविजन तापमान, वर्षा, हवा की गति, दबाव, नमी और धूप जैसे कारकों का भी विश्लेषण करता है। डेटा 25 किमी के ग्रिड से हर घंटे एकत्र किया जाता है। आइआइटी इंदौर के निदेशक प्रो. सुहास जोशी ने कहा, एयरोविजन पहले से आगाह कर देगा, ताकि वे अपने स्वास्थ्य और बाहरी गतिविधियों की योजना बना सकें। प्रो. गोयल ने बताया कि यह प्रणाली डेटा को मानकों के अनुसार रंगों में बदलकर एक्यूआइ दिखाती है।
हरा (0-50) : अच्छी हवा
पीला (51-100) : सामान्य, संवेदनशील लोगों को सावधानी
नारंगी (101-200) : संवेदनशील लोगों के लिए अस्वास्थ्यकर
लाल (201-300) : सभी के लिए अस्वास्थ्यकर
बैंगनी (301 ) : बहुत खतरनाक, बाहर जाने से बचें
Published on:
10 Aug 2025 03:41 pm