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एशिया का सबसे नया देश बना मलेरिया मुक्त, भारत Malaria Free Country बनने के लिए क्या कर रहा है?

Malaria Free Country : विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने एशिया के सबसे नए देश को मलेरिया मुक्त घोषित किया है। भारत भी मलेरिया मुक्त होने के लिए लंबे समय से लड़ाई लड़ रहा है, जानिए हम कब तक होंगे इस लिस्ट में शामिल।

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Timor Leste Declared Malaria Free | फोटो डिजाइन- पत्रिका

Timor Leste Declared Malaria Free : मलेरिया मुक्त देशों में एक और नए देश तिमोर-लेस्ते का नाम जुड़ा है। ये देश साल 2002 में आजाद हुआ और आज मलेरिया को हराने में कामयाब हो चुका है। गुरुवार को तिमोर-लेस्ते के मलेरिया मुक्त होने की घोषणा विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने की। एक नया देश जहां पर साल 2006 में सबसे अधिक 2,23,000 केस दर्ज किए गए थे, उसके बाद वो साल 2025 में 'शून्य' पर पहुंच गया है। ये एशिया का गरीब देश होने के बावजूद भी इस बीमारी को कम समय में हराने में कामयाब रहा है। मगर, भारत Malaria Free Country बनने के लिए क्या कर रहा है? आइए, ये जानते हैं-

WHO ने मलेरिया मुक्त देश की घोषणा की

विश्व स्वास्थ्य संगठन के महानिदेशक डॉ. टेड्रोस अदनोम घेब्रेयेसस ने मलेरिया मुक्त बनने पर तिमोर-लेस्ते की जनता व सरकार को बधाई दी। उन्होंने कहा कि इस देश की मजबूत राजनीतिक इच्छाशक्ति, समझदारी भरे हस्तक्षेप, निरंतर घरेलू और बाहरी निवेश और समर्पित स्वास्थ्य कर्मियों की एकजुटता व निष्टा ने मलेरिया को रोका है।

Malaria Free Country | दुनिया के 47 देश है मलेरिया मुक्त

डब्ल्यूएचओ ने जानकारी दी है कि आज की मलेरिया मुक्त घोषणा के साथ, कुल 47 देशों और एक क्षेत्र को विश्व स्वास्थ्य संगठन के द्वारा मलेरिया-मुक्त प्रमाणित किया गया है। तिमोर-लेस्ते, विश्व स्वास्थ्य संगठन के दक्षिण-पूर्व एशिया क्षेत्र में प्रमाणित होने वाला तीसरा देश है, इससे पहले मालदीव को साल 2015 और श्रीलंका को वर्ष 2016 में 'मलेरिया-मुक्त' घोषित किया जा चुका है।

भारत में मलेरिया से लंबी लड़ाई

आजादी के समय भारत में हर साल मलेरिया के 7.5 करोड़ मामले सामने आते थे, जिनमें से 800,000 लोगों की मौत मलेरिया से होती थी। मलेरिया जागरूकता अभियान, स्वास्थ्य सेवा में बढोत्तरी आदि के कारण भारत में मलेरिया के मामलों में 97% से अधिक की कमी आई है

विश्व स्वास्थ्य संगठन की वर्ल्ड मलेरिया रिपोर्ट 2024 के अनुसार, साल 2017-2024 तक देखा जाए तो, वर्ष 2015 से वर्ष 2023 तक मलेरिया के मामले 11,69,261 से घटकर 2,27,564 तक पहुंचे हैं। वर्ष 2023 तक मलेरिया से मृत्यु दर घटकर मात्र 83 रह गई है। ये 97% तक की कमी दर्शाती है।

भारत Malaria Free Country बनने के लिए क्या कर रहा है?

भारत इस देश की तुलना में आर्थिक रूप से मजबूत है। साथ ही यहां पर स्वास्थ्य सेवाएं भी इस देश की तुलना में अधिक हैं फिर भी मलेरिया हमारे लिए चुनौती बना है। भारत का लक्ष्य साल 2030 तक मलेरिया मुक्त (India Malaria Free Mission 2030) बनना है। इसके लिए लगातार काम हो रहे हैं।

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मलेरिया उन्मूलन कार्यक्रम

मलेरिया उन्मूलन के लिये राष्ट्रीय रूपरेखा 2016-2030 के तहत काम हो रहे हैं। राष्ट्रीय वेक्टर-जनित रोग नियंत्रण कार्यक्रम आदि चलाए जा रहे हैं। इस तरह से भारत लगातार मलेरिया को रोकने के लिए काम कर रहा है।

भारत में मलेरिया टीकाकरण से उम्मीद

भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (ICMR) ने काइमेरिक मलेरिया वैक्सीन एडफाल्सीवैक्स की घोषणा की है। ये स्वदेशी वैक्सीन मलेरिया से मुक्ति दिलाने में काफी हद तक मदद करेगी। इसको जल्द ही आम लोगों के लिए लाने की तैयारी है। अबतक की सूचना के अनुसार, इसको लेकर टेंडर आदि की प्रक्रिया शुरू की गई है।

तिमोर-लेस्ते के बारे में जानिए

जानकारी के मुताबिक, तिमोर-लेस्ते पहले पुर्तगाल (Portugal) का उपनिवेश था। साल 1975 में पुर्तगाल से आजादी की घोषणा की, लेकिन तुरंत इंडोनेशिया ने कब्जा कर लिया। इसके बाद ये देश साल 2002 में आजाद होकर स्वतंत्र देश बना।