Stage 0 cancer: हिना खान के बाद ताहिरा कश्यप के कैंसर को लेकर खबर आई। ताहिरा कश्यप कैंसर (Tahira Kashyap Breast Cancer) से 'मुक्त' होने के बाद भी फिर वो गिरफ्त आ गई हैं। इसी बीच सोहा अली खान ने अपनी मां शर्मिला टैगोर के लंग्स कैंसर (Sharmila Tagore Cancer) को लेकर बात की है। शर्मिला टैगोर के स्टेज जीरो कैंसर के कारण इलाज में काफी हद तक मदद मिली। इसलिए आज हम जानेंगे कि स्टेज जीरो कैंसर (What Is Stage 0 cancer) क्या है, स्टेज 0 कैंसर के लक्षण (Stage 0 cancer Symptoms) क्या हैं और स्टेज 0 कैंसर से इलाज में कैसे मदद मिलती है?
स्टेज जीरो कैंसर (Stage 0 cancer) का मतलब क्या है, इसे समझ लेते हैं। अमेरिका के नेशनल कैंसर संस्थान के मुताबिक, "यह एक ऐसी स्थिति होती है जिसमें कुछ असामान्य दिखने वाले सेल्स (कोशिका) बनते हैं जो देखने में कैंसर टिश्यू की तरह होते हैं, लेकिन ये केवल एक सी स्थान पर होती हैं जहां से ये शुरू हुई थीं। इस तरह की कोशिका के शरीर के हिस्सों में नहीं फैली होती है। लेकिन बढ़ते समय के साथ ये कैंसर का कारण बन सकती हैं और बाद में ये शरीर में फैल सकती हैं। ऐसी स्थिति को ‘स्टेज 0’ बीमारी या कैंसर कहते हैं। ये शरीर के अलग-अलग हिस्सों में हो सकती है।"
साथ ही इसे एक और नाम से भी जाना जाता है: कार्सिनोमा इन साइटू।
स्टेज जीरो कैंसर के लक्षण दिखते नहीं हैं। कैंसर को लेकर रिसर्च करने वाले अभी इसके लक्षण को लेकर स्पष्ट जानकारी नहीं दे पाए हैं। इसलिए आप स्टेज जीरो कैंसर का लक्षण नहीं देख सकते हैं। हां, लेकिन कुछ अन्य तरीकों से स्टेज जीरो कैंसर के लक्षण को समझा जा सकता है।
जैसा कि हम जान चुके हैं कि स्टेज जीरो कैंसर के लक्षण को सामान्य रूप से नहीं देखा समझा जा सकता है। हां, लेकिन कुछ मेडिकल टेस्ट के जरिए इसका पता जरूर लग जाता है। स्टेज जीरो कैंसर का पता चलने पर इलाज जल्दी शुरू होता है और इसी कारण उम्मीद रहती है कि इस लेवल पर कैंसर को जल्दी ठीक किया जा सकता है।
अगर आप रेगुलर कैंसर की जांच कराते हैं। या आप मेडिकल टेस्ट कराते हैं तो इसके जरिए स्टेज जीरो कैंसर का पता चल सकता है। जब, ये स्टेज जीरो में पता चलता है तो इसके बाद कैंसर की जांच पूरी तरह की जाती है।
अगर स्टेज जीरो में कैंसर का पता चलता है तो जल्दी इलाज शुरू होने कारण ये कोशिकाएं शरीर में नहीं फैल पाती हैं। यही वजह है कि शर्मिला टैगोर लंग्स कैंसर से जल्दी ठीक हो पाईं।
डिसक्लेमरः उपरोक्त लेख में दी गई जानकारी का उद्देश्य केवल रोगों और स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के प्रति जागरूकता लाना है। यह किसी क्वालीफाइड मेडिकल ऑपिनियन का विकल्प नहीं है। इसलिए पाठकों को सलाह दी जाती है कि वह कोई भी दवा, उपचार या नुस्खे को अपनी मर्जी से ना आजमाएं बल्कि इस बारे में उस चिकित्सा पैथी से संबंधित एक्सपर्ट या डॉक्टर की सलाह जरूर ले लें। साथ ही स्वास्थ्य संबंधित जानकारी के लिए पढ़ते रहें पत्रिका का हेल्थ न्यूज (Health News) सेक्शन।
Updated on:
14 Apr 2025 11:02 am
Published on:
13 Apr 2025 05:52 pm