Kidney Disease in Women : हम अपनी सेहत के बारे में सोचते समय अक्सर किडनी की बीमारियों को नजरअंदाज़ कर देते हैं, लेकिन शायद हमें ऐसा नहीं करना चाहिए. हमारी किडनी 24 घंटे काम करती हैं, कचरे को छानती हैं, शरीर में पानी को संतुलित करती हैं, ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करती हैं, और यहां तक कि हड्डियों की सेहत का भी ख्याल रखती हैं. ये छोटे सेम के आकार के अंग ज्यादा कुछ नहीं मांगते, लेकिन जब ये ठीक से काम करना बंद कर देते हैं, तो इसके लक्षण चौंकाने वाले रूप से हल्के हो सकते हैं खासकर महिलाओं में. (Kidney disease symptoms in females)
असल में किडनी की बीमारी (Kidney Disease) के कई शुरुआती लक्षणों को थकान तनाव या यहां तक कि हार्मोनल बदलाव भी समझा जा सकता है. इसीलिए यह बहुत जरूरी है कि आप अपने शरीर पर ध्यान दें और किसी भी ऐसी चीज़ पर गौर करें जो अलग लगे.
हममें से ज्यादातर लोग सुबह-सुबह चेहरे पर आने वाली सूजन को नमकीन खाने, खराब नींद या बढ़ती उम्र का नतीजा मान लेते हैं. लेकिन, अगर आपको अपनी आँखों के आस-पास या टखनों में लगातार सूजन दिखती है, तो यह इस बात का संकेत हो सकता है कि आपकी किडनी ठीक से फिल्टर नहीं कर रही हैं.
जब किडनी शरीर से ज्यादा तरल पदार्थ निकालने की अपनी क्षमता खो देती है, तो यह शरीर में जमा होना शुरू हो जाता है, जिससे सूजन आ जाती है — खासकर आपके निचले पैरों, तलवों या यहाँ तक कि चेहरे पर भी. अगर सूजन बार-बार होती है और आराम करने से भी ठीक नहीं हो रही है, तो डॉक्टर से बात करने का समय आ गया है.
किडनी खराब होने से पहले शरीर देता है ये संकेत
थकान को हम अक्सर नजरअंदाज कर देते हैं काम, परिवार और ज़िंदगी की भाग-दौड़ में कौन थका हुआ नहीं होता, लेकिन ठीक-ठाक महसूस करने और अच्छी नींद के बाद भी पूरी तरह से थका हुआ महसूस करने में फर्क होता है.
हमारी किडनी एक हार्मोन बनाती हैं जिसे एरिथ्रोपोइटिन (Erythropoietin) कहते हैं. यह हार्मोन आपके शरीर को लाल रक्त कोशिकाएं (Red Blood Cells) बनाने में मदद करता है. जब किडनी ठीक से काम नहीं करती, तो इस हार्मोन का स्तर भी गिर जाता है जिससे एनीमिया (खून की कमी) हो जाती है, आपके खून में ऑक्सीजन कम हो जाती है, और आपको लगातार मुझे नींद आ रही है वाली फीलिंग आती रहती है.
अगर आप बिना किसी ठोस वजह के पूरे दिन खुद को घसीटते रहते हैं और आपको लगता है कि आपकी जान निकली जा रही है, तो यह सिर्फ़ बर्नआउट से कहीं ज्यादा हो सकता है. इस पर ध्यान देना ज़रूरी है!
शायद आपको अजीब लगे, पर ये सच है: आपके पेशाब से पता चलता है कि शरीर के अंदर क्या चल रहा है, और इसमें किडनी का बड़ा रोल होता है.
अगर आपको ये बदलाव दिखें, तो ध्यान दें:
झागदार या बुलबुले वाला पेशाब: ये प्रोटीन लीक होने का संकेत हो सकता है, जो किडनी की परेशानी से जुड़ा है.
बार-बार पेशाब आना (खासकर रात में): सामान्य से ज़्यादा बार पेशाब आना एक चेतावनी हो सकती है.
पेशाब में खून: इसे बिल्कुल हल्के में न लें, ये गंभीर संकेत हो सकता है.
गहरा या धुंधला पेशाब: पेशाब का रंग बदलना या धुंधला दिखना भी कुछ गड़बड़ होने का इशारा है.
पेशाब करते समय दर्द या जलन: ये इंफेक्शन या किडनी से जुड़ी किसी और समस्या का लक्षण हो सकता है.
किडनी की समस्याओं के लक्षण अक्सर दिखते नहीं. महिलाएं इन्हें अक्सर तनाव या बढ़ती उम्र से जोड़ देती हैं. पर अगर एक-दो भी संकेत लगातार दिखें, तो ब्लड या यूरिन टेस्ट जरूर करवाएं.
महिलाओं को UTIs (यूरिन इन्फेक्शन) का खतरा ज्यादा होता है; इन्हें नजरअंदाज करने से किडनी को नुकसान हो सकता है. बार-बार UTIs या पीठ दर्द को अनदेखा न करें.
किडनी की देखभाल आसान है: खूब पानी पिएं, ब्लड प्रेशर-शुगर कंट्रोल करें, स्वस्थ खाएं और कसरत करें.
Updated on:
02 Jun 2025 05:06 pm
Published on:
02 Jun 2025 05:04 pm