Rahul Gandhi Meet Hathras Rape Victim Family: साल 2020 में हाथरस के एक गांव में एक लड़की के साथ दरिंदगी का घटना सामने आयी थी। घटना में गांव के ही चार लोगों पर रेप और हत्या के आरोप लगे थे। पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार किया था। साल 2023 में कोर्ट ने 3 आरोपियों को मामले से बरी कर दिया था।
लोक सभा नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी गुरुवार को पीड़िता के परिजनों से मिलने हाथरस पहुंचे। यहां उन्होंने परिजनों से बातचीत की और उनका हाल जाना। पीड़ित परिवार ने शासन-प्रशासन सहित न्याययालय पर उठाया। उन्होंने कहा कि हम फैसले से संतुष्ट नहीं हैं। राहुल गांधी ने बातचीत का वीडियो सोशल मीडिया पर सजह किया।
हाथरस बिटिया कांड के परिजनों ने राहुल गांधी से बातचीत में कहा कि यह सब नहीं होता तो बेटी की शादी कर देती। मेरी बेटी बहुत सीधी-सादी थी। इन लोगों ने (आरोपी) ने अफवाह उड़ाई की वो लड़के से बात करती थी। शॉपिंग कराने के लिए कहती थी। जिससे कोई बात नहीं करता ? जिससे कोई मतलब नहीं रखता वो शॉपिंग कराने ले जायेगा ? वो कभी बाहर नहीं जाती थी। बस घर में रहती थी।
पीड़ित परिवार ने लगाए आरोप हमलोगों को बहुत टार्चर क्या गया है। दुनिया को दिखा दिया कि हमलोगों को नौकरी दिया है घर दिया है, सबकुछ दिया है लेकिन ऐसा कुछ है नहीं। अगर इतने ही देने वाले थे तो चार से हमलोग जेल की जिंदगी नहीं काट रहे होते। हमे कहीं भी जाना होता है तो CRPF को लेटर देना होता है।
दरअसल, 14 सितम्बर 2020 को हाथरस के गांव में एक लड़की के साथ बलात्कार का मामला प्रकाश में आया। युवती खेत में घास काटने गई थी तभी उसके साथ दरिंदगी की बात सामने आई। घटना का आरोप गांव के ही चार लोगों पर लगा। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक बलात्कार के बाद पीड़िता का जीभ काट दिया गया। उसे जान से मारने की कोशिश हुई थी। 29 सितंबर 2020 को दिल्ली के अस्पताल में युवती ने दम तोड़ दिया था। 29 सितंबर 2020 को दिल्ली के अस्पताल में दम तोड़ने के बाद जब लड़की का शव हाथरस लाया गया, तो पुलिस ने उसी रात ढाई बजे शव का अंतिम संस्कार कर दिया था।
02 मार्च 2023 को SC/ST स्पेशल कोर्ट ने मामले में चार आरोपियों में से तीन को बरी कर दिया। कोर्ट ने एक आरोपी संदीप को आजीवन कारावास और 50 हजार जुर्माने की सजा सुनाई थी। पीड़ित परिवार फैसले से संतुष्ट नहीं है। उनके वकील ने मामले को हाई कोर्ट ले जाने की बात कही थी।
उत्तर प्रदेश सरकार ने पीड़ित परिवार को सरकारी नौकरी और उन्हें री-लोकेट (दूसरे जगह बसाने) की बात कही थी। पीड़ित परिवार ने कहा कि सरकार ने कुछ नहीं दिया। उल्टा हमे घर में जेल की तरह बंद कर दिया है। कहीं भी जाना होता है तो सुरक्षा बालों को बताना पड़ता है। पीड़ित परिवार के घर 24 घंटे पुलिस तैनात रहती है।
राहुल गांधी ने मामले को सदन में उठाया। हाथरस के मामले पर उन्होंने बीजेपी को घेरा। राहुल गांधी ने सदन को संबोधित करते हुए कहा कि जिन्होंने सामूहिक दुष्कर्म किया, वह बाहर घूम रहे हैं। बिटिया का परिवार अपने घर में बंद है। जो अपराधी हैं, वह उनको रोज धमकाते हैं। परिवार ने मुझे फोटो दिखाई। यदि यूपी सरकार परिवार को नई जगह नहीं बसाएगी तो इंडिया गठबंधन यह कार्य करेगा।
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Updated on:
17 Dec 2024 04:34 pm
Published on:
17 Dec 2024 04:27 pm