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सहकारी भूमि विकास बैंक में किसान हित दरकिनार, आपस में उलझे

हनुमानगढ़. सहकारी भूमि विकास बैंक हनुमानगढ़ के संचालन मंडल की बैठक बुधवार को रखी गई थी। जंक्शन के मंडी परिसर में बैंक के मुख्य कार्यालय परिसर में रखी गई उक्त बैठक विवादों के भेंट गई।

सहकारी भूमि विकास बैंक में किसान हित दरकिनार, आपस में उलझे
सहकारी भूमि विकास बैंक में किसान हित दरकिनार, आपस में उलझे

-सहकारी भूमि विकास बैंक हनुमानगढ़ के संचालन मंडल की बैठक में खूब हुआ हंगामा
-दो गुटों में बंटे नजर आए संचालन मंडल सदस्य, चैयरमेन को बुलानी पड़ी पुलिस
हनुमानगढ़. सहकारी भूमि विकास बैंक हनुमानगढ़ के संचालन मंडल की बैठक बुधवार को रखी गई थी। जंक्शन के मंडी परिसर में बैंक के मुख्य कार्यालय परिसर में रखी गई उक्त बैठक विवादों के भेंट गई। निर्धारित समय पर कुछ सदस्य बैठक में पहुंच गए। जिला परिषद सीईओ व कृषि विभाग के संयुक्त निदेशक के प्रतिनिधि भी बैठक में शामिल होने के लिए पहुंच गए। परंतु सदस्य योगेश झोरड़ व विजेंद्र ने मनोनीत अधिकारी को ही बैठक में शामिल करने देने की मांग रखी। अधिकारियों की ओर से भेजे गए प्रतिनिधि के बैठक में हिस्सा लेने का विरोध करते हुए कहा कि यह नियमानुसार सही नहीं है।
वहीं बैठक की अध्यक्षता कर रहे बैंक के चैयरमेन राजेंद्र सिहाग ने किसान हितों का हवाला देते हुए कहा कि जब इतने सदस्य आए गए हैं तो बैठक करके कुछ मुद्दों पर चर्चा कर लेनी चाहिए। चैयरमेन का कहना था कि सदस्य के रूप में मनोनीत अधिकारी प्रतिनिधि के तौर पर अन्य अधिकारी को भेज सकते हैं। इस तरह चैयरमेन की अगुवाई में बैठक शुरू कर दी गई। कुछ मुद्दों पर चर्चा के बाद गत बैठक की कार्रवाई की पालना को लेकर जैसे ही चर्चा शुरू हुई, अचानक माहौल गरमा गया। कुछ सदस्य चैयरमेन राजेंद्र सिहाग के साथ उलझ पड़े। इस दौरान बैंक के सचिव पीडी चारण ने भी चैयरमेन की दलील को उचित नहीं माना। बैठक की कार्रवाई लिखने की बात आई तो सचिव ने ऐसा करने से इनकार कर दिया। इसके बाद चैयरमेन राजेंद्र सिहाग ने कहा कि आप नहीं तो, मैं लिख देता हूं। ऐसा कहकर वह बैठक की कार्रवाई लिखने लगे। बैठक में विवाद की स्थिति बनने पर चैयरमेन ने मौके पर पुलिस भी बुला ली। काफी देर तक बहसबाजी चलने के बाद भी मामला शांत नहीं हुआ। पुलिसकर्मियों ने समझाइश किया। इसके बाद दोनों पक्ष शंात हुए। बैंक के संचालन मंडल की बैठक के दौरान सदस्य जगदीप सिंह, मदनलाल, वेद प्रकाश, सुरेंद्र कुमार, जिला परिषद सीईओ प्रतिनिधि हनुमान स्वामी, सहकारिता विभाग के उप रजिस्ट्रार अमीलाल सहारण, भूमि विकास बैंक के सचिव पीडी चारण आदि बैठक के दौरान मौजूद रहे। गौरतलब कि उक्त बैठक किसान हितों को लेकर चर्चा करने के साथ ही राजस्थान सरकार की ओर से संचालित ब्याज ऋण राहत योजना से अधिकाधिक किसानों को कैसे लाभान्वति किया जाए, इस पर चर्चा करने के लिए रखी गई थी। परंतु पूरी बैठक विवादों के भेंट चढ़ गई। सदस्यों के आपस में उलझने की वजह से किसी तरह का निर्णय नहीं हो सका।

हमारे लिहाज से बैठक स्थगित
संचालन मंडल की बैठक को जहां चैयरमेन मान्य बता रहे हैं, वहीं सचिव के लिहाज से उक्त बैठक स्थगित मानी जाएगी। सचिव पीडी चारण ने बताया कि बैंक में कुल 16 सदस्य नियुक्त हैं। इनमें बारह सदस्य निर्वाचित तथा चार सरकार की ओर से मनोनीत हैं। सरकार की ओर से मनोनीत सदस्यों में जिला परिषद सीईओ, कृषि विभाग के संयुक्त निदेशक, सहकारिता विभाग के उप रजिस्ट्रार, भूमि विकास बैंक के सचिव शामिल हैं। बुधवार को बुलाई गई बैठक में निर्वाचित पांच सदस्य मौजूद रहे। जबकि सरकार से ओर से मनोनीत सदस्यों में बैंक सचिव व सहकारिता विभाग के उप रजिस्ट्रार की उपस्थिति को ही मान्य माना जाएगा। जिला परिषद सीईओ तथा कृषि विभाग के संयुक्त निदेशक की ओर से भेजे गए प्रतिनिधि को सदस्य के रूप में शामिल नहीं किया जा सकता है। सचिव ने बताया कि हमारे लिहाज से कोरम अभाव का कारण बताकर बैठक के स्थगित करने की रिपोर्ट सरकार को भिजवाएंगे।

अब सरकार पर दारोमदार
भूमि विकास बैंक की बुधवार को रखी गई बैठक की मान्यता को लेकर पसोपेश की स्थिति रही। यह बैठक मान्य मानी जाएगी, अध्यक्ष द्वारा पारित किए गए प्रस्तावों को विभागीय और सरकारी मंजूरी मिलेगी या फिर सचिव के विरोध और नियमों के हवाले से यह पूरी बैठक खारिज मानी जाएगी। पूरा मामला अब दो पक्षों में बंट गया है। सचिव व चैयरमेन की ओर से बयानबाजी के बाद देखना है कि सरकार स्तर पर इस मामले में क्या निर्णय ला जाता है। क्योंकि दोनों पक्ष आखिरकार अपनी बात सरकार तक ही पहुंचाएंगे।

सहकारिता मंत्री को करवाएंगे अवगत
बैंक के सचिव कोरम पूरा नहीं होने का बहाना बना रहे हैं। संचालन मंडल के दो सदस्य बैठक में मौजूद रहे, लेकिन उन्होंने बैठक कार्रवाई पर हस्ताक्षर नहीं किए। इसे अजीब स्थिति कह सकते हैं। बैठक के दौरान बैंक के सचिव का रवैया भी ठीक नहीं रहा। वस्तुस्थिति से सहकारिता मंत्री को अवगत करवाएंगे।
-राजेंद्र सिहाग, चैयरमेन, सहकारी भूमि विकास बैंक हनुमानगढ़

रजिस्ट्रार को भेजेंगे रिपोर्ट
भूमि विकास बैंक हनुमानगढ़ में रखी गई संचालन मंडल बैठक की कार्रवाई अध्यक्ष ने लिखी है। जो नियमानुसार सही नहीं। इसकी रिपोर्ट बनाकर रजिस्ट्रार को भिजवाएंगे। सहकारी नियमों में जिन सदस्यों को मनोनीत किया गया है, वही बैठक में उपस्थित हो सकते हैं। कोरम के अभाव में बैंक के संचालन मंडल की बैठक हमने स्थगित की है। उक्त बैठक का संचालन नियमनुसार नहीं किया गया है।
-पीडी चारण, सचिव, सहकारी भूमि विकास बैंक हनुमानगढ़