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40 यात्रियों से भरी बस तेज़ी से दौड़ा रहा था ड्राइवर टोकने पर भी नहीं माना, 15 मीटर घिसटकर पलटी

फसल काटने आए मजदूर 16 घायल

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40 यात्रियों से भरी बस तेज़ी से दौड़ा रहा था ड्राइवर टोकने पर भी नहीं माना, 15 मीटर घिसटकर पलटी

40 यात्रियों से भरी बस तेज़ी से दौड़ा रहा था ड्राइवर टोकने पर भी नहीं माना, 15 मीटर घिसटकर पलटी

ग्वालियर। तेज रफ्तार ड्राइविंग ने बुधवार को बस और ट्रैक्टर ट्रॉली में सवार करीब 65 से ज्यादा लोगों की जिदंगी खतरे में डाल दी। बस मुरैना से मुसाफिर लेकर ग्वालियर आ रही थी। ट्रैक्टर ट्रॉली में निनौरा (झांसी) से फसल काटने आए मजदूर परिवारों के 25 लोग सवार थे जबकि बस में लगभग 40 मुसाफिर बैठे थे। एक्सीडेंट बस चालक की लापरवाही से हुआ। मुरैना से निकलने के बाद उसने बस को बेकाबू रफ्तार में दौड़ाया। मुसाफिरों ने धीमे चलने को कहा लेकिन ड्राइवर ने नहीं सुना। मलगढ़ा पर ओवर टेक करने की कोशिश में सामने से ट्रैक्टर ट्रॉली में टक्कर मारी। इसमें 12 मजदूर जख्मी हो गए, जबकि 4 बस मुसाफिर घायल हुए हैं। एक्सीडेंट से बस पलट गई करीब 15 मीटर सडक़ पर घसिटती चली गई। हादसे से मलगढ़ा रोड पर लंबा जाम लग गया। घायलों को हजीरा और जेएएच के ट्रॉमा सेंटर में भर्ती कराया गया है।

मलगढ़ा (हजीरा) पर हादसा बुधवार शाम करीब 7:45 बजे हुआ। बस एमपी 06 पी 1411 मुरैना से मुसाफिर लेकर ग्वालियर आ रही थी। ट्रपल आइटीम के पास उसने ट्रैक्टर ट्रॉली में सीधी टक्कर मारी। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया बस बेकाबू रफ्तार में थी। उसकी टक्कर से ट्रॉली ट्रैक्टर से निकल कर घूम गई। उसमें महिलाओं बच्चों समेत 25 लोग सवार थे। यह सभी ट्रॉली से उचट कर सडक़ पर गिरे। बस भी काबू में नहीं रही। लहरा कर पलट गई और सडक़ पर घसिटती चली गई।

ड्राइवर नहीं माना, बस भगाता रहा

बस में 40 से ज्यादा मुसाफिर थे। सभी को ग्वालियर आना था। चालक बेतहाशा रफ्तार में बस दौड़ा रहा था। उसे मुसाफिरों ने धीमी रफ्तार में चलने के लिए कई बार टोका। लोगों ने कहा बस में महिलाएं और बच्चे हैं। इनकी जान क्यों खतरे में डाल रहे हो। लेकिन बस चालक नहीं माना। मलगढा का रास्ता पार करते समय उसने ट्रैक्टर, ट्रॉली में टक्कर मार दी। बस सडक़ पर पलट गई। हम लोग अंदर दब गए। एक मुसाफिर का पैर टूट गया। वह दर्द के मारे चिल्लाता रहा। पूरी गलती बस चालक की है। राहगीरों ने हमें बाहर निकाला। फिर पुलिस आ गई। उस वक्ततो ऐसा लगा कि आज जिंदा नहीं बचेंगे।

(जैसा अरूण जैन बस मुसाफिर ने पत्रिका को बताया )

भगवान ने बचा लिया, सबको मार दिया होता

निनौरा से तिलघना (पुरानी छावनी) में वीरेन्द्र यादव के फसल काटने के लिए हर साल मजदूर परिवार आते हैं। बुधवार को ट्रेन से ग्वालियर आए। गांव तक सभी को लाने के लिए वीरेन्द्र ने स्टेशन पर ट्रैक्टर ट्रॉली भेज दी। चालक और उसके साथी समेत 25 लोग तिलघना के लिए रवाना हुए। हमारे साथ महिलाए और बच्चे भी हैं। रास्ते में सामने से बस आई। ट्रैक्टर तो बच गया बस ने सीधी ट्रॉली में टक्कर मारी। उसके बाद आखों के सामने अंधेरा आ गया। ट्रॉली में बैठे सभी लोग हवा में उछल कर सडक़ पर गिरे। भगवान ने बचा लिया वरना आज तो बस चालक ने सबको मार दिया होता।

(जैसा ट्रॉली सवार राजकुमार रेकवार ने पत्रिका को बताया )

यह घायल

ट्रॉली में हरजू बाथम 30, रामकुमार बाथम 40 , रामकिशन उर्फ परखू रेकवार 45 , रामदेवी रेकवार 30 , राजकुमारी 45 , मूलचंद रेकवार 35 , कालीचरण रेकवार 52 , गुडडी रेकवार 32 , पूजा रेकवार 25 , चंदू उर्फ चंद्रभान रेकवार 30 , घमंडी कुशवाह 35 और रोहित रेकवार 21 सभी निवासी निनौरा घायल हुए हैं। इनमें रोहित की हालत गंभीर है। उसके सीने में करीब 4 इंच गहरा घाव हुआ है।

बस सवारों में जगदीश राजपूत 60 निवासी दर्पण कॉलोनी, प्रदीप गुर्जर 25 जडेरूआ मुरैना, योगेन्द्र चौहान 48 निवासी सेंथरी और यशवंत झा 45 निवासी सुदामापुरी जख्मी हुए हैं।

डंपर की टक्कर से बस को सकराया

बस मलगढा रोड पर पलट कर आडी गिरी तो सडक़ पर दोनों तरफ का रास्ता रूक गया। इससे सडक़ पर लंबा जाम ल गया। पुलिस ने डंपर को बुलाकर उससे बस को धकेल कर सीधा करवाया तब ट्रैफिक चालू हुआ। एएसपी षियाज केएम ने बताया बस चालक और क्लीनर दोनों एक्सीडेंट के बाद भाग गए। उन्हें तलाशा जा रहा है। सभी घायलों को इलाज के लिए भर्ती कराया है।