हाईकोर्ट की युगल पीठ ने शहर में जमा बारिश व सीवर के पानी को लेकर ङ्क्षचता व्यक्त की है। कोर्ट मध्य प्रदेश शासन सहित कलेक्टर, नगर निगम आयुक्त, मुख्य चिकित्सा अधिकारी को नोटिस जारी कर चार सप्ताह में जवाब मांगा है। इस समस्या को तुरंत खत्म किया जाए।
पुष्कर कॉलोनी विकास समिति के अध्यक्ष एवं रिटायर्ड आर्मी कैप्टन उद्देश्य सिंह भदोरिया ने जनहित याचिका दायर की है। याचिकाकर्ता के अधिवक्ता अवधेश सिंह भदौरिया ने तर्क दिया कि शहर की आबादी करीब 16 लाख से ज्यादा हो चुकी है। हर वर्ष ग्वालियर शहर का विस्तार हो रहा है। ड्रेनेज एवं सीवर सिस्टम व्यवस्थित नहीं होने से हर वर्ष बरसात के मौसम में शहर की हालत बदतर हो जाती है। शहर का सीवर सिस्टम पूरी तरह से ध्वस्त हो चुका है। जगह-जगह जल भराव एवं सीवर की गंदगी से लोगों का जीवन नर्क बन चुका है। नगर निगम व प्रशासन लोगों को स्वच्छ वातावरण मुहैया कराने में विफल रहा है। शहर में महामारी फैलने की आशंका है। पुष्कर कॉलोनी में पिछले साल चिकुन गुनिया व डेंगू से महामारी फैली थी। बीमारी से मौत भी हुई, लेकिन नगर निगम ने स्थिति में सुधार नहीं किया। कोर्ट ने इस मामले में नोटिस जारी कर जवाब मांगा है।
- सीवर लाइन चौक होने से कॉलोनी की गलियों सहित कॉलोनी के पार्कों तथा लोगों के घरों में सीवर भरा हुआ है, जिससे इस वर्ष भी ग्वालियर शहर के महामारी की चपेट में आने की पूरी आशंका है।
- समस्या के लिए नगर निगम के अधिकारी जिम्मेदार हैं,जिनके संरक्षण में भू माफियाओ ने पानी निकासी के लिए पुराने समय से मौजूद नालों को बंद करके उन पर अतिक्रमण कर लिया है ।
-किसी भी कॉलोनी में ड्रेनेज सिस्टम नहीं है, बरसात के पानी को सीवर लाइन से जोड़ा गया है।
- शहर में भैंस डेयरियों एवं आवारा गायों के टनों गोबर के सीवर में जाने से ग्वालियर शहर में सीवर की गंभीर समस्या उत्पन्न हुई है।
-बिना प्लानिंग के नगर निगम बरसात के मौसम में ही सडक़ों का निर्माण कार्य करता है।
Published on:
23 Jul 2025 09:58 pm