
gwalior road
ग्वालियर. बढ़ती वाहन संख्या और घटते फुटपाथों के कारण पैदल राहगीरों के लिए सडक़ें खतरनाक हो गई हैं। शहर की 12 मुख्य सडक़ों में से 9 पर फुटपाथ नहीं होने के कारण राहगीरों को गाडिय़ों के बीच चलना पड़ रहा है, जिससे सडक़ हादसों की संख्या में वृद्धि हो रही है। करीब 11 लाख वाहन शहर की सडक़ों पर दौड़ रहे हैं, 12 मुख्य सडक़ों के 78.3 किलोमीटर रास्तों पर ट्रैफिक ज्यादा है। यातायात पुलिस के आकंडों के हिसाब से जिले में पिछले 9 महीने में रोड एक्सीडेंट की संख्या 900 के पार पहुंच गई है। इनमें 165 के करीब लोगों की जान गई है। हादसों में जान गंवाने और जख्मी होने वालों में कई लोग पैदल राहगीर भी रहे हैं।
रास्ते-----------------------------------दूरी किलोमीटर-----क्रॉस करने में वक्त-----फुटपाथ
हुरावली से महाराज बाड़ा------------9.5 किलोमीटर-----35 मिनट---------------नहीं
जलालपुर तिराहा से ङ्क्षशदे की छावनी--7.8 किलोमीटर-----26 मिनट---------------नहीं
मुरार से महाराजबाड़ा---------------8.6 किलोमीटर-----37 मिनट---------------नहीं
हजीरा चौराह से महाराजबाड़ा--------4.3 किलोमीटर-----20 मिनट-----तानसेन रोड पर लेकिन घिरा
गोला का मंदिर चौराहा से मुरार-------1.8 किलोमीटर-----15 मिनट---------------नहीं
महाराजबाड़ा से मोतीझील----------7 किलोमीटर-----31 मिनट---------------नहीं
लक्ष्मीगंज से रेलवे स्टेशन----------6.5 किलोमीटर-----20 मिनट-----लक्ष्मीबाई समाधि के पास
विक्की फैक्ट्री से राजमाता चौराहा---7.1 किलोमीटर-----23 मिनट-------------नहीं
सडक़ पर पैदल चलना लोगों का अधिकार है। उसके लिए फुटपाथ जरुरी है। यातायात को लेकर शहर में हो हल्ला मचता है। लेकिन बात सिर्फ वाहनों की भीड़ और जाम की होती है। पैदल चलने वालों की तरफ कोई नहीं सोच रहा है। शहर में नई सडक़ें रास्ते बने हैं लेकिन जिस हिसाब से फुटपाथ भी बनना चाहिए वह नहीं है जो बने हैं वह फुटपाथ बाजार बन गए हैं। लोगों के चलने की जगह दुकानें लग गई हैं।
दीपक भार्गव रिटायर्ड सीएसपी
पैदल चलने वालों के लिए फुटपाथ की कमी है, जो हैं उन पर कब्जे हैं। अतिक्रमण हटाने के लिए निगम से कई बार चर्चा भी हुई है। नए फुटपाथ भी बनाए जाने चाहिए।
अजीत सिंह चौहान, यातायात डीएसपी
Published on:
30 Oct 2025 06:57 pm
बड़ी खबरें
View Allग्वालियर
मध्य प्रदेश न्यूज़
ट्रेंडिंग


