हाईकोर्ट की ग्वालियर खंडपीठ में अब जजों की संख्या 10 हो चुकी है। 2016 के बाद जजों की संख्या बढ़ी है। नए जज आने पर मध्य प्रदेश हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस ने नया रोस्टर जारी किया है। इस रोस्टर के हिसाब से जमानत याचिकाओं की सुनवाई दो बैंच में की जाए। इसी तरह सर्विस मेटर भी दो बैंच में सुने जाएंगे। नए रोस्टर में बैंच बढऩे पर याचिकाओं का नंबर जल्द आएगा और सुनवाई भी हो सकेगी। अभी तक सिंगल रोस्टर था। एक बैंच में लंबी कॉजलिस्ट बन रही थी, जिससे पूरे केस नहीं सुन पा रहे थे। पुराने केसों सुनवाई में नहीं आ पा रहे थे।
दरअसल हाईकोर्ट में लंबे समय से 7 जज ही काम कर रहे थे। जजों की संख्या बढक़र 8 हुई। जबकि लंबित केसों की संख्या 90 हजार से अधिक है। इस कारण नए व पुराने केस की लंबी कॉजलिस्ट बन रही थी। जल्द केस सुनवाई में आ सके, उसके लिए अधिवक्ता को केस मेंशन करना पड़ता था। अब वैसी स्थिति नहीं रहेगी। क्योंकि बैंच बढ़ गई है। जमानत के लिए जिले भी निर्धारित किए हैं। जिले के हिसाब से जमानत के केस लिस्ट होंगे। वहीं सर्विस मेटर वर्ष के हिसाब से लिस्ट होंगे।
- युगल पीठ में जस्टिस आनंद पाठक व जस्टिस पुष्पेंद्र यादव बैठेंगे। युगल पीठ में रिट अपील, जनहित याचिका, व्यापमं, रिट याचिकाएं खनिज से संबंधित आदि केस सुने जाएंगे। युगल पीठ के केसों की सुनवाई समाप्त होने के बाद जस्टिस आनंद पाठक व जस्टिस पुष्पेंद्र यादव सिंगल बैंच में बैठेंगे।
- जस्टिस जीएस अहलूवालिया की बैंच में प्रथम व द्वितीय अपीलों की सुनवाई होगी। कंपनी, आर्बिट्रेशन, सिविल रिवीजन आदि केसों की सुनवाई होगी।
- जस्टिस अनिल वर्मा की बैंच में क्रिमिनल अपील व अवमानना याचिकाओं की सुनवाई होगी।
- जस्टिस मिलिंद रमेश फडके की बैंच में जमानत याचिकाओं की सुनवाई होगी। अशोकनगर, भिंड, दतिया, गुना ग्वालियर जिले से संबंधित अपराधों के केस लिस्ट होंगे।
- जस्टिस हिरदेश की बैंच में मिसलेनियस अपील व मिसलेनियस पिटीशन आदि लिस्ट होंगे। जस्टिस हिरदेश अभी युगल पीठ में केस सुन रहे थे।
- जस्टिस आशीष श्रोति की बैंच में 2021 तक के सर्विस मेटर की सुनवाई होगी।
- जस्टिस अमित सेठ की बैंच में सभी प्रकार की रिट पिटीशन की सुनवाई होगी। सर्विस मेटर भी लिस्ट होंगे। जस्टिस अमित सेठ की बैंच में जमानत लिस्ट हो रही थी।
-जस्टिस आनंद सिंह बहरावत की बैंच में 2020 के बाद के सर्विस मेटर लिस्ट किए जाएंगे।
- जस्टिस राजेश कुमार गुप्ता की बैंच में मुरैना, श्योपुर, विदिशा, शिवपुरी की जमानत याचिका लिस्ट की जाएंगी।
- गर्मी के बाद से लगातार पेंडेसी बढ़ रही थी। एक ही बैंच में सुनवाई हो रही थी। जमानत का रोस्टर दो जजों के यहां हैं। इससे केसों की सुनवाई में तेजी आएगी। केस की सुनवाई न होने की भी समस्या खत्म होगी। क्योंकि जजों को जिले बांट दिए हैं।
पवन पाठक, अध्यक्ष हाईकोर्ट बार एसोसिएशन
Published on:
01 Aug 2025 11:07 am