Gwalior crime बच्चों को संगीन अपराधों का आरोपी बताकर उनके माता-पिता को ठगने का धंधा जोर पकड़ता जा रहा है। ग्वालियर के थाटीपुर में रहने वाले वकील वीडी जैन को इंदौर पुलिस के नाम से कॉल किया गया। इसमें उनके बेटे को बलात्कार का आरोपी बताकर उसे बचाने के लिए रुपयों का इंतजाम करने को कहा गया। वे उसकी बात पर भरोसा करके फंस गए। पहले एक लाख रुपए ट्रांसफर किए। फिर उनसे अलग-अलग करके साढ़े 7 लाख रुपए ऐंठ लिए गए। बाद में उनकी समझ में आया तब उन्होंने पुलिस की साइबर सेल को शिकायत की। लेकिन वहां से कार्रवाई नहीं होने पर शनिवार को क्राइम ब्रांच में एफआईआर दर्ज कराई। अज्ञात ठगों पर केस दर्ज किया गया है।
वीडी जैन का बेटा इंदौर में पढ़ाई कर रहा है। उनके पास अचानक फोन आया, जिसमें कॉलर ने खुद को विजयनगर थाने का टीआई बताते हुए कहा, आपका बेटा बलात्कार के मामले में फंस गया है। पीड़िता भी उसका नाम ले रही है, अब उसका भविष्य चौपट हो जाएगा। अगर आप उसे बचाना चाहते हो तो तत्काल एक लाख रुपए अकाउंट में ट्रांसफर कर दो। जैन उस बात को सुनकर घबरा गए। बेटे को बचाने की हड़बड़ी में उन्होंने बताए हुए अकाउंट में एक लाख रुपए भेज दिए।
जैन के मोबाइल की दोबारा ङ्क्षरग बजी। कॉल रिसीव किया तो खुद को टीआई बताने वाले ने कहा, मामला बिगड़ गया है। पीड़िता और उसके परिजन एसपी के पास पहुंच गए हैं। अब एसपी साहब ही मामला संभाल सकते हैं, उनको सेट करना पड़ेगा। थोड़ी देर बात अन्य नंबर से कॉल आया, जिसमें खुद को इंदौर एसपी बताकर कहा कि मामला सैटल करना है तो 5 लाख रुपया भेज दो। हालात की गंभीरता को देखते हुए जैन ने 5 लाख रुपए भेज दिए।
जैन से एक लाख के बाद पांच लाख और ठग लिए। इसके बाद जालसाज समझ गए कि बेटे को बचाने वे और रकम दे सकते हैं, इसलिए उन्होंने फिर से कॉल कर डेढ़ लाख रुपए और मांगे। इस बार भी रकम भेज दी, लेकिन जब चौथी बार कॉल कर उनसे साढ़े तीन लाख रुपए और मांगे गए तब उन्हें शक हुआ। उन्होंने बेटे के नंबर पर कॉल किया तो मालूम चला कि ऐसा कुछ नहीं हुआ है। उन्हें ठग लिया गया है।
Published on:
21 Jul 2024 06:23 pm