भारतीय मौसम विज्ञान विभाग, लखनऊ केंद्र की ओर से सोमवार को जारी पूर्वानुमान के अनुसार, 4 अगस्त से लेकर 6 अगस्त तक प्रदेश के विभिन्न जिलों में गरज-चमक के साथ भारी बारिश होगी। इस दौरान वज्रपात और आंधी की भी संभावना है।
मौसम विभाग ने इसको लेकर चेतावनी जारी की है। मौसम विभाग के मुताबिक, पश्चिमी और पूर्वी उत्तर प्रदेश के अधिकांश स्थानों पर गरज-चमक के साथ बारिश होने की संभावना है। खासकर 4 अगस्त की सुबह 8:30 बजे से शाम तक गोंडा, बहराइच, सीतापुर, बाराबंकी और आस-पास के इलाकों में अत्यधिक भारी बारिश की चेतावनी है। इसके अलावा बलरामपुर, श्रावस्ती, लखीमपुर खीरी, रायबरेली, अमेठी, अयोध्या, बरेली, पीलीभीत, शाहजहांपुर और अन्य इलाकों में भारी बारिश की आशंका जताई गई है।
मौसम विभाग के मुताबिक, सिद्धार्थनगर, गोंडा, बलरामपुर, श्रावस्ती, बहराइच, लखीमपुर खीरी, सीतापुर, मथुरा, हाथरस, आगरा, बरेली, पीलीभीत, शाहजहांपुर, संभल, बदायूं आदि जिलों में भारी से बहुत भारी बारिश होने के आसार हैं। इस दौरान कई जिलों में मेघगर्जन और वज्रपात की भी संभावना है। 5 अगस्त को भी तेज मेघगर्जन/वज्रपात और बारिश की संभावना बनी रहेगी।
मौसम विभाग ने कई राज्यों के लिए 4 से 10 अगस्त के दौरान मूसलाधार बारिश का अलर्ट जारी किया है। उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश के कई जिलों में अगले 7 दिन जमकर बारिश होगी। जम्मू-कश्मीर में कई जगहों पर 5-8 अगस्त के दौरान मूसलाधार बारिश होगी। हरियाणा में 5 जुलाई को भारी बारिश होगी और फिर रुक-रूककर अगले 6 दिन कभी भारी, तो कभी हल्की बारिश का सिलसिला कई जिलों में देखने को मिलेगा। महाराष्ट्र, गोवा, गुजरात, कोंकण और सौराष्ट्र के कई हिस्सों में अगले 7 दिन जमकर बादल बरसेंगे। असम, अरुणाचल प्रदेश, नागालैंड, मेघालय, मणिपुर, मिजोरम, और त्रिपुरा में भी अगले 7 दिन अच्छी बारिश की संभावना जताई जा रही है।
मौसम विभाग ने स्पष्ट किया है कि अत्यधिक भारी बारिश से निचले इलाकों में गंभीर जलभराव, नदियों के जलस्तर में वृद्धि, पुल, सड़क का बंद होना, तटीय क्षेत्रों में आकस्मिक बाढ़, फसलों को नुकसान, बिजली-पानी जैसी सेवाओं में बाधा, तथा यातायात में विघ्न जैसी समस्याएं हो सकती हैं। कमजोर भवनों, पेड़ों, बिजली के खंभों के गिरने का खतरा भी बना रहेगा।
Published on:
04 Aug 2025 09:53 am