CG Politics: कई इलाकों में किसानों से जबरन पीएम फसल बीमा योजना का फॉर्म भरवाने की शिकायत आ रही है। खासकर शॉर्ट टर्म लोन वाले किसानों को बीमा कंपनियों द्वारा सबसे ज्यादा परेशान करने की बातें सामने आ रहीं हैं। इसे लेकर राजनीति भी गरमाने लगी है। पूर्व मंत्री और प्रदेश कांग्रेस के पूर्व अघ्यक्ष धनेंद्र साहू ने इसे बंदूक की नोक पर फैसला थोपने जैसा काम बताया है।
साहू ने कहा कि कांग्रेस के संघर्ष के बाद पहले यह योजना ऐच्छिक की गई, ताकि किसान खुद तय कर सकें कि उन्हें बीमा कराना है या नहीं। अब फिर से बैंक और प्रशासनिक तंत्र के जरिए किसानों से जबरन फार्म भरवाए जा रहे हैं।
उन्होंने बताया कि जिन किसानों को बीमा नहीं कराना है, उनसे भी जबरन यह लिखवाकर फार्म भरवाया जा रहा है कि वे बीमा नहीं लेना चाहते। अगर 31 जुलाई तक कोई फार्म नहीं भरा, तो मान लिया जाएगा कि उन्होंने बीमा के लिए सहमति दी और बीमा प्रीमियम की राशि सीधे बैंक से काट ली जाएगी।
साहू ने कहा कि यह असंवेदनशील और अव्यवहारिक फैसला है क्योंकि अधिकांश गांवों में ऑनलाइन सुविधा नहीं है। किसानों को प्रक्रिया की जानकारी भी नहीं है। साहू ने चेतावनी दी कि अगर सरकार ने जबरन बीमा का फैसला वापस नहीं लिया, तो कांग्रेस पूरे प्रदेश में किसानों के साथ मिलकर बड़ा आंदोलन करेगी।
Updated on:
02 Aug 2025 10:44 am
Published on:
02 Aug 2025 10:43 am