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Rajasthan: जन्मदिन की रात मंत्री किरोड़ी लाल मीणा का एक्शन, फूड प्रोसेसिंग फैक्ट्री पर छापेमारी; तूड़ी के ढेर में मिला केमिकल

Rajasthan News: दौसा के महवा में दौसा-भरतपुर बॉर्डर पर स्थित एक मिल्क फूड प्रोसेसिंग फैक्ट्री पर राजस्थान सरकार में कृषि मंत्री डॉक्टर किरोड़ी लाल मीणा ने आधी रात को छापेमारी की।

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दौसा

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Nirmal Pareek

Nov 03, 2025

Minister Kirori Lal Meena

फोटो- पत्रिका नेटवर्क

Rajasthan News: दौसा के महवा में दौसा-भरतपुर बॉर्डर पर स्थित एक मिल्क फूड प्रोसेसिंग फैक्ट्री पर राजस्थान सरकार में कृषि मंत्री डॉक्टर किरोड़ी लाल मीणा ने आधी रात को छापेमारी की। इस दौरान फैक्ट्री में काम कर रहे मजदूरों में हड़कंप मच गया। डॉक्टर किरोड़ी लाल मीणा ने दौसा सीएमएचओ डॉक्टर सीताराम मीणा और खाद्य निरीक्षकों की मौजूदगी में पूरी फैक्ट्री का निरीक्षण किया। बताते चलें कि मंत्री किरोड़ी लाल मीणा का आज सोमवार को जन्मदिन है।

इस दौरान बड़े पैमाने पर नकली घी, बटर और मिल्क पाउडर बनाने की आशंका जाहिर की, साथ ही नकली दूध की आशंका के चलते हजारों लीटर दूध नष्ट भी करवाया गया। इस दौरान दर्जनों केमिकल से भरे ड्रम चारे के ढेर में दबे हुए मिले। जिनको खोलकर देखा तो खतरनाक बदबू आ रही थी।

यह मानव जीवन से सीधा खिलवाड़- मंत्री

डॉक्टर किरोड़ी लाल मीणा ने कहा कि यह एक तरीके से विषाक्त है और लोग इसको खाकर गंभीर बीमारियों का शिकार हो सकते हैं। उन्होंने कहा कि कहीं ना कहीं यह मानव जीवन से सीधा खिलवाड़ है, ऐसे में इस तरह के काम करने वाले लोगों पर कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए। किरोड़ी लाल मीणा ने सीएमएचओ को फैक्ट्री में मौजूद माल की सैंपलिंग के निर्देश दिए, साथ ही पूरे प्रकरण को लेकर दौसा कलेक्टर देवेंद्र कुमार और एसपी सागर राणा को भी फोन पर सूचना दी।

कई कंपनियों के रैपर भी यहां मिले

वहीं, दौसा सीएमएचओ डॉक्टर सीताराम मीणा ने कहा सूचना पर फैक्ट्री पर पहुंचे हैं, जहां कई तरह के ब्रांड के नाम से घी और बटर बनाने का काम किया जा रहा है। कई तरह के केमिकल भी यहां मिले हैं, साथ ही कई कंपनियों के रैपर भी यहां मिले हैं। जिनमें यह पैकिंग किया जाता है।

बता दें, पूर्व में भी इस फैक्टरी पर कार्रवाई की गई थी, सैंपलिंग हुई थी और माल भी सीज किया गया था। अब फिर से इस फैक्ट्री में मौजूद माल के नमूने लेकर प्रयोगशाला भेजे जाएंगे और जांच में क्या कुछ निकाल कर आता है, उसके मुताबिक कार्रवाई होगी। साथ ही फैक्ट्री संचालक ने किस तरह का लाइसेंस लिया हुआ है उसकी भी जांच की जाएगी। राज्य सरकार से अनुमति है या नहीं, इसकी भी जांच होगी।