लालसोट। जयपुुर क्षेत्र में हुई झमाझम बारिश के बाद ढूंढ नदी में आए पानी ने मोरेल नदी में उफान ला दिया है। बुधवार शाम से लेकर गुरुवार दोपहर बाद तक मोरेल नदी में पानी की जबरदस्त आवक बनी रही। शाम को नदी का जलस्तर थोड़ा कम हुआ। जयपुर क्षेत्र में बारिश के बाद ढूंढ नदी में पानी की आवक बढ़ने के बाद से ही कोथून हाइवे से गुजरने वाली मोरेल नदी का भी ज स्तर बढने लगा था।
गुरुवार सुबह मोरेल नदी का जलस्तर कोथून हाइवे की पुलिया के नीचे करीब चार फीट तक जा पहुंचा। इसके अलावा समेल एनिकट भी लबालब भरने के बाद वहां भी चादर का जलस्तर दो फीट तक पहुंच गया। मोरेल नदी में आए उफान से समेल गांव मेें टापू जैसे हालात बन गए है, गांव की ओर जाने वाले अधिकांश मार्गों पर जल भराव होने से सभी मार्ग अवरुद्ध हो चुके है। ग्रामीणों ने बताया कि मोरेल नदी का यह उफान करीब 11 साल बाद देखा गया है।
इससे पहले वर्ष 2014 में भी नदी में इसी तरह का उफान आया था। स्थानीय ग्रामीण धूलचंद मरमट, सियाराम चांदा समेल समेत कई जनों ने बताया कि समेल गांव के चारों तरफ पानी का फैलाव लगभग तीन से चार किलोमीटर के एरिया तक पहुंच गया है।
जलभराव के कारण मुख्य गांव को नेशनल हाईवे को जोड़ने वाला रोड पूरी तरह अवरुद्ध हो गया है। ध्यानदास बाबा स्थान के चारों तरफ पानी होने की वजह से श्रद्धालुओं को समस्या का सामना करना पड़ रहा है। खेतों में पानी भराव के कारण बहुत से किसानों की फसलें भी खराब हो चुकी है।
ग्रामीणों ने बताया कि एनिकट की ऊंचाई कम होने से पानी टकराकर समेल गांव में पहुंच रहा है। जल भराव से गांव में रहने वाले 50 परिवारों के सामने बड़ा संकट पैदा हो गया है। लोगों को पीने के लिए शुद्ध पानी भी नहीं मिल रहा है। मवेशी भी परेशान हो रहे हैं। जल संसाधन विभाग के सहायक अभियंता ने बताया कि गुरुवार दोपहर से नदी का जल स्तर घटने लगा है। धीरे-धीरे समेल गांव के पास से भी पानी का स्तर कम होगा। फिलहाल मोरेल बांध पर 2 फीट 3 इंच की चांदर चल रही है।
Published on:
01 Aug 2025 02:19 pm