दमोह. दमोह-जबलपुर नेशनल हाईवे पर हाल ही में हुए रिपेयर का काम महज़ कुछ महीनों में ही दम तोड़ चुका है। जून तक चले 24 करोड़ रुपए के मरम्मत कार्य को पूरे तीन महीने भी नहीं हुए कि सड़क के जगह-जगह परखच्चे उड़ गए हैं।
अभाना से लेकर नोहटा तक सड़क की हालत सबसे बदतर है। नोहटा पुल के पास दोनों ओर बडे-बड़े गड्ढे बन गए हैं, जिससे वाहन चालकों को जान जोखिम में डालकर गुजरना पड़ रहा है। बरसात में इन गड्ढों में पानी भरने से हादसे का खतरा और बढ़ गया है।
वाहन चालकों का कहना है कि जबेरा से सिंग्रामपुर के बीच भी सड़क का डामर उखड़ चुका है और गड्ढों से भरी राह पर दोपहिया वाहन चलाना किसी चुनौती से कम नहीं है।
जानकारी के अनुसार एनएचएआई ने बीते वर्ष इस हाईवे की मरम्मत के लिए 24 करोड़ रुपए का टेंडर जारी किया था, जिसके तहत जून तक कार्य किया गया, लेकिन बारिश शुरू होते ही सड़क की परत उखडऩे लगी, जिससे निर्माण की गुणवत्ता पर सवाल खड़े हो रहे हैं। स्थानीय लोगों ने मांग की है कि खराब निर्माण के लिए जिम्मेदार ठेकेदार और अधिकारियों पर कार्रवाई की जाए, ताकि भविष्य में इस तरह की लापरवाही से लोगों की जान जोखिम में न पड़े।
Published on:
05 Aug 2025 10:37 am