दमोह. शहर में बिगड़ती ट्रैफिक व्यवस्था का एक कारण शहर में पर्याप्त सड़कों की चैन नहीं होना भी है। साथ ही जिन सड़कों से चैन बन सकती हैं, उनकी अपेक्षा वर्षों से होना भी है। ऐसी ही दो सड़कों नूरी नगर से जटाशंकर रोड और बेलाताल तिराहा से धरमपुरा रोड हैं। जिन पर अच्छे से काम किया जाए और टू लेन सड़कें यहां विकसित की जाएं तो शहर के बीच मुख्य बाजार में पडऩे वाले ट्रैफिक के दबाव को हल्का किया जा सकता है।
शहर के जटाशंकर से सीधे नूरी नगर और बेलाताल तिराहे से धरमपुरा तक पहुंचाने वाली सड़क के हालात बारिश के दिनों बदत्तर हो गए हैं। ऐसे में इस रोड से २ किमी का सुरक्षित सफर करना, किसी जंग जीत लेने के बराबर ही होता है। इस रोड पर जाने से लगता ही नहीं है कि आप दमोह शहर की सड़क पर है। यही वजह है कि यहां के लोग यहां से गुजरने से बेहतर लंबा चक्कर लगाना पसंद करते हैं। बताते हैं कि इस सड़क का १० साल से इस सड़क की कोई सुध नहीं ले रहा है। जबकि इस सड़क का उपयोग २००० में बायपास के रूप में किया जा चुका हैं। खास बात यह है कि यह सड़क कलेक्टर के घर के बाजू से ही निकली हैं।
हालात ऐसी कि दुर्घटना के लिए नजर हटने की जरूरत नहीं
सड़क की स्थिति खराब है कि दुर्घटना के लिए नजर हटने की भी जरूरत नहीं है। नजर गढ़ाकर वाहन चलाने पर भी यहां दुर्घटना संभावित हैं। इस रोड पर सबसे ज्यादा हालात जटाशंकर से मानसपाठ तिराहा के बीच खराब है। २००० सन में इसका सीसी निर्माण हुआ था। निर्माण के समय १० साल इस रोड की गारंटी थी, लेकिन बनते ही यह सड़क खराब होने लग गई थी। इसके बाद अब स्थिति और खराब हो गई है। सड़क पर जगह-जगह नुकीली गिट्टी निकली हुई हैं। बड़े-बड़े गड्ढे और लेवल ऊवड़-खाबड़ हो गया है, जिससे दुर्घटना की पूरी संभावना रहती है। इस रास्ते पर पत्रिका ने भी चलकर देखा, बमुश्किल २ किमी का सफर पूरा हो सका। ऊपर से वाहन भी खराब होने का डर बना रहता है।
प्रमुख सड़क, लेकिन नपा ने नहीं दिया ध्यान
यह सड़क शहर की प्रमुख सड़क है। २००० में इसका निर्माण इसीलिए किया गया कि शहर के बीच से निकलने वाली बसों को एक बायपास मिल सके। २००० में हुए एक बड़े कार्यक्रम के दौरान इस सड़क से हजारों वाहन निकले थे। साथ ही शहर में ट्रॉफिक की समस्या भी नहीं हुई थी। यह सड़क शहर के धरमपुरा, बड़ापुरा, सभी बजरिया, वार्ड १, वार्ड २ सहित १५ वार्डों को प्रसिद्ध जटाशंकर क्षेत्र से जोड़ती है। लेकिन सड़क खराब होने के कारण लोग लंबा चक्कर काटकर ही यहां आना पसंद करते हैं। सड़क के बनने पर धरमपुरा की ओर के ८ वार्डों के लोगों को जबलपुर नाका पहुंचने के लिए सीधा बायपास मिलेगा, जिससे ३ किमी का चक्कर बचेगा।
अब तो यहां से निकलने में भी डरने लगे हैं लोग
आलम यह है कि सड़क के उबडख़ाबड़ हाल हो जाने के कारण लोग यहां से निकलने में भी डरने लगे हैं। दूसरी तरफ इस रोड के दोनों तरफ अब तक स्ट्रीट लाइट भी शुरू नहीं हो सकी है। ऐसे में लोग शाम ७ बजे के बाद इस रोड नहीं जाते हैं। कलेक्टर के बंगला के बाजू से ही निकली इस सड़क पर कलेक्टर भी शायद कभी नहीं गए होंगे। इसी तरह बेलाताल तिराहे से धरमपुरा रोड के हाल है। यहां कंकाली माता तिराहे से धरमपुरा तक रोड पूरी तरह बंद है। यहां लोग जाने से भी डरने लगे है।
वर्शन
जटाशंकर से नूरी नगर और बेलाताल तिराहे से धरमपुरा तक सड़क मार्गों के काम प्रस्तावित है। बारिश के बाद इन सड़कों को कराएंगे।
राजेंद्र सिंह लोधी, सीएमओ नगरपालिका दमोह
Published on:
05 Aug 2025 10:44 am