
मुख्य चयनकर्ता अजित अगरकर और टीम इंडिया के हेड कोच गौतम गंभीर (फोटो सोर्स: ANI)
पूर्व तेज गेंदबाज अजित अगरकर के मुख्य चयनकर्ता बनने के बाद से भारतीय टीम का चयन लगातार विवादों में घिरा हुआ है। कुछ खिलाड़ी खराब फॉर्म के बावजूद बार-बार मौके पा रहे हैं, जबकि घरेलू क्रिकेट में लगातार अच्छा प्रदर्शन करने वाले कई खिलाड़ियों को नजरअंदाज किया जा रहा है। ऐसे नज़र डालते हैं उन पांच खिलाड़ियों पर, जो सिर्फ एक मौके की तलाश में दिन-रात मेहनत कर रहे हैं। लेकिन उनके हाथ निराशा के सिवा कुछ नहीं लग रहा। ये खिलाड़ी रणजी ट्रॉफी, विजय हजारे ट्रॉफी और आईपीएल जैसे टूर्नामेंट्स में शानदार फॉर्म दिखा चुके हैं, फिर भी चयन समिति की नजरों से ओझल हैं।
भारत के पूर्व कप्तान और दिग्गज बल्लेबाज अजिंक्य रहाणे पिछले दो वर्षों से भारतीय टीम से बाहर चल रहे हैं। वे टीम में वापसी के लिए लगातार प्रयासरत हैं और घरेलू क्रिकेट में निरंतर सक्रिय हैं। रहाणे उन चुनिंदा स्टार खिलाड़ियों में शामिल हैं, जो नियमित रूप से घरेलू क्रिकेट खेलते रहते हैं। हाल ही में उन्होंने बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के लिए चयनित न होने पर निराशा व्यक्त की थी। उन्होंने स्पष्ट कहा कि चयन खिलाड़ी की उम्र के बजाय उसके इरादे, जुनून और मेहनत पर आधारित होना चाहिए।
रहाणे के हालिया प्रदर्शन की बात करें तो रविवार को रणजी ट्रॉफी में छत्तीसगढ़ के खिलाफ मुंबई की तरफ से उन्होंने 303 गेंदों पर 159 रनों की शानदार पारी खेली। भारत के लिए वे आखिरी बार 2023 के विश्व टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल में खेले थे, जहां उन्होंने 89 और 46 रनों की उपयोगी पारियां खेलीं। चयन समिति युवा खिलाड़ियों को प्राथमिकता दे रही है, जबकि रहाणे का 82 टेस्ट मैचों का अनुभव बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी जैसे कठिन दौरे के लिए बेहद उपयोगी साबित हो सकता था। वे बताते हैं कि बीसीसीआई की ओर से कोई संपर्क नहीं हुआ, जो चयन प्रक्रिया की पारदर्शिता पर सवाल खड़े करता है। रहाणे ने 2020-21 में भारत को ऑस्ट्रेलिया में ऐतिहासिक 2-1 की सीरीज जीत दिलाई थी।
एक और अनुभवी खिलाड़ी मोहम्मद शमी को भी घरेलू क्रिकेट में शानदार प्रदर्शन के बावजूद नजरअंदाज किया जा रहा है। वे 2025 चैंपियंस ट्रॉफी के बाद से रणजी ट्रॉफी में बंगाल की ओर से लगातार खेल रहे हैं। शमी पिछले लगभग आठ महीनों से भारतीय टीम में वापसी की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने नाराजगी जताते हुए कहा था कि वे पूरी तरह फिट हैं और बंगाल के लिए रणजी ट्रॉफी खेलने की उपलब्धता ही इसका सबसे बड़ा सबूत है। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि 'चयनकर्ताओं को अपनी फिटनेस की जानकारी देना मेरा काम नहीं है'।
मोहम्मद शमी ने आखिरी बार भारत के लिए 2025 चैंपियंस ट्रॉफी में खेला था, जहां उन्होंने वरुण चक्रवर्ती के साथ मिलकर टीम इंडिया के लिए सबसे ज्यादा विकेट चटकाए थे। हालांकि, इसके बाद एड़ी और घुटने की चोटों ने उन्हें परेशान किया, जिसके कारण सर्जरी करानी पड़ी। शमी ने रणजी ट्रॉफी में खेलने की इच्छा जताकर अपनी दावेदारी मजबूत की थी, लेकिन चयन समिति ने फिटनेस कारणों का हवाला देकर उन्हें ऑस्ट्रेलिया दौरे की टीम में शामिल नहीं किया। अनुभवी पेसर को वेस्टइंडीज सीरीज से बाहर रखा गया, जबकि युवा गेंदबाजों को मौका मिला।
सरफराज खान ने घरेलू क्रिकेट में रनों का अंबार लगाने के बाद पिछले साल इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट डेब्यू किया था। मिडिल ऑर्डर में उन्होंने शानदार प्रदर्शन करते हुए छह टेस्ट मैचों की 11 पारियों में 37.1 की औसत से 371 रन बनाए। इस दौरान उन्होंने एक शतक और तीन अर्धशतक जड़े। लेकिन इस प्रभावशाली प्रदर्शन के बावजूद उन्हें टीम से बाहर कर दिया गया।
हालांकि, सरफराज ने हार नहीं मानी और फिर घरेलू क्रिकेट का रुख किया, जहां उन्होंने लगातार रन बनाए। इंग्लैंड लायंस के खिलाफ 92 रन और जम्मू-कश्मीर के खिलाफ 42 व 32 रनों की उपयोगी पारियां खेलीं। फिर भी, उनके शानदार फॉर्म के बावजूद उन्हें हाल ही में दक्षिण अफ्रीका 'ए' के खिलाफ अनौपचारिक टेस्ट सीरीज के लिए चुनी गई भारत 'ए' टीम में जगह नहीं मिली। सरफराज खान का फर्स्ट-क्लास क्रिकेट रिकॉर्ड किसी भी चयनकर्ता के लिए शर्मिंदगी का कारण होना चाहिए। 56 मैचों में उन्होंने 65.19 की शानदार औसत से 4,759 रन बनाए हैं, जिनमें 16 शतक और 15 अर्धशतक शामिल हैं। उनका औसत सर डॉन ब्रैडमैन के करीब है।
लगभग चार वर्षों से भारतीय टीम से बाहर चल रहे पृथ्वी शॉ घरेलू क्रिकेट में लगातार अपना दमखम दिखा रहे हैं, लेकिन मैदान पर अनुशासनहीन व्यवहार के कारण चयनकर्ताओं की नजरों से दूर बने हुए हैं। हाल ही में रणजी ट्रॉफी में चंडीगढ़ के खिलाफ मुकाबले की दूसरी पारी में उनका बल्ला जमकर गरजा। महाराष्ट्र के लिए खेलते हुए पृथ्वी ने महज 141 गेंदों पर दोहरा शतक ठोककर एक बड़ा रिकॉर्ड अपने नाम कर लिया। यह रणजी ट्रॉफी के एलीट ग्रुप इतिहास का दूसरा सबसे तेज दोहरा शतक है। इससे उन्होंने राहुल सिंह का रिकॉर्ड तोड़ दिया, जिन्होंने 2023-24 सीजन में 143 गेंदों पर यह कारनामा किया था।
अब इस सूची में पृथ्वी से आगे सिर्फ रवि शास्त्री हैं, जिन्होंने 1984-85 सीजन में 123 गेंदों पर दोहरा शतक जड़ा था। गौरतलब है कि मौजूदा रणजी सीजन से पहले पृथ्वी मुंबई छोड़कर महाराष्ट्र टीम में शामिल हुए थे और यह उनका महाराष्ट्र के लिए मात्र दूसरा मैच था। इससे पहले की पारी में उन्होंने 72 गेंदों पर शतक पूरा किया, जो रणजी ट्रॉफी का छठा सबसे तेज सेंचुरी है।
हालांकि, मैदान पर उनका गुस्सा फिर सुर्खियों में आया। मुंबई के खिलाफ तीन दिवसीय अभ्यास मैच में उन्होंने 219 गेंदों पर 181 रनों की शानदार पारी खेली, लेकिन यह पारी विवादास्पद तरीके से खत्म हुई। दोहरा शतक की ओर बढ़ रहे पृथ्वी मुशीर खान की गेंद पर स्वीप शॉट खेलते हुए बाउंड्री पर कैच थमा बैठे। आउट होने के बाद वे इतने भड़क गए कि मुंबई के खिलाड़ियों से भिड़ पड़े और मुशीर को बल्ला दिखाया। गुस्से का सटीक कारण स्पष्ट नहीं हो सका, लेकिन अंपायर ने बीच-बचाव कर स्थिति को संभाला। मुशीर भारतीय क्रिकेटर सरफराज खान के छोटे भाई हैं।
पृथ्वी ने अब तक भारत के लिए 5 टेस्ट, 6 वनडे और 1 टी20 अंतरराष्ट्रीय मैच खेले हैं। घरेलू क्रिकेट में उनके नाम 60 फर्स्ट क्लास मैचों में 4861 रन, 65 लिस्ट ए मैचों में 3399 रन और 117 टी20 मैचों में 2902 रन हैं, जिसमें कुल 25 शतक और 53 अर्धशतक शामिल हैं।
लगभग दो वर्षों से भारतीय टीम से बाहर चल रहे ईशान किशन अपनी विस्फोटक बल्लेबाजी से वनडे और टी20 में गेंदबाजों की धज्जियां उड़ाने के लिए मशहूर हैं। नवंबर 2023 में दक्षिण अफ्रीका दौरे के दौरान उन्होंने मानसिक थकान का हवाला देकर अचानक ब्रेक ले लिया, जिसके बाद उन्हें टीम से बाहर कर दिया गया। ब्रेक के बाद ईशान ने घरेलू क्रिकेट से भी दूरी बना ली, जिससे बीसीसीआई नाराज हो गया और उनका सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट रद्द कर दिया गया।
इसके बाद अगस्त 2024 में चयनकर्ताओं से बातचीत के बाद ईशान ने झारखंड के लिए घरेलू क्रिकेट में वापसी की। आईपीएल 2025 में सनराइजर्स हैदराबाद (SRH) के लिए डेब्यू मैच में ही उन्होंने 47 गेंदों पर 106 रनों की तूफानी पारी खेली, लेकिन इसके बावजूद इंग्लैंड के खिलाफ टी20 सीरीज में जगह नहीं बना सके। हालिया प्रदर्शन की बात करें तो पिछले दो रणजी मैचों में इस बाएं हाथ के बल्लेबाज ने 173 और 45 रनों की उपयोगी पारियां खेलकर फिर से सुर्खियां बटोरी हैं और प्रशंसकों का ध्यान खींचा है। ईशान ने अब तक भारत के लिए 2 टेस्ट, 27 वनडे और 32 टी20 अंतरराष्ट्रीय मैच खेले हैं।
Published on:
30 Oct 2025 10:34 am
बड़ी खबरें
View Allक्रिकेट
खेल
ट्रेंडिंग

