ICC Champions Trophy 2025 की मेजबानी करना पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (PCB) काफी भारी पड़ा है। 2021 में आईसीसी के इस इवेंट की मेजबानी के अधिकार हासिल करने के बाद पीसीबी ने टूर्नामेंट की तैयारी के लिए 100 मिलियन (869 करोड़ रुपये) खर्च किए। टूर्नामेंट शुरू होने से कुछ महीने पहले पीसीबी को उस समय मुश्किल का सामना करना पड़ा, जब भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) ने भारत सरकार की सलाह के बाद भारतीय टीम को पाकिस्तान भेजने से इनकार कर दिया, जिस कारण टूर्नामेंट हाईब्रिड मॉडल पर खेला गया।
चैंपियंस ट्रॉफी के सबसे आकर्षक मैचों में से पांच मैच दुबई में खेले गए। इसमें पहला चैंपियंस ट्रॉफी सेमीफाइनल और फाइनल शामिल था। साथ ही सबसे ज़्यादा पैसे कमाने वाला भारत बनाम पाकिस्तान मैच भी। वहीं, पाकिस्तान में खेले गए शेष 10 मैचों में से तीन बारिश की भेंट चढ़ गए। सबसे बड़ी बात ये है कि टूर्नामेंट शुरू होने के छह दिन बाद ही पाकिस्तान की टीम आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी से बाहर हो गई।
द टेलीग्राफ की एक रिपोर्ट के मुताबिक, पीसीबी ने कराची, लाहौर और रावलपिंडी में तीन स्टेडियमों के जीर्णोद्धार पर 560 करोड़ रुपये खर्च किए। यह राशि उनके मूल बजट से 50 फीसदी अधिक थी। वहीं, तैयारियों के लिए (347 करोड़ रुपये और खर्च किए। इसके बदले में उन्हें होस्टिंग फीस और टिकट बिक्री से सिर्फ 52 करोड़ रुपये की कमाई हुई। रिपोर्ट के अनुसार, पीसीबी को कुल मिलाकर 739 करोड़ रुपये का भारी नुकसान हुआ है।
वित्तीय नुकसान को नियंत्रित करने के लिए पीसीबी ने खिलाड़ियों से पैसा भरपाई करने का फैसला किया है। उन्होंने घरेलू टी20 खिलाड़ियों की मैच फीस में कटौती की है। टीम में शामिल खिलाड़ियों की मैच फीस में 90% की कटौती की गई है, जबकि रिजर्व खिलाड़ियों को पहले की तुलना में सिर्फ 12.50% ही मिलेगा। पहले घरेलू खिलाड़ी आलीशान होटलों में रुकते थे, अब उन्हें बजट लॉजिंग में ठहराया जा रहा है।
Published on:
17 Mar 2025 08:25 am