चित्तौडगढ़़. अजमेर विद्युत वितरण निगम के सर्कल के अन्तर्गत आने वाले सभी सरकारी आवास और सरकारी दफ्तरों में भी स्मार्टमीटर लगाने का काम शुरू हो गया है। अब तक 700 से अधिक स्मार्टमीटर लगाए जा चुके हैं। इसके अलावा 5 हजार के करीब घरेलू उपभोक्ताओं के स्मार्टमीटर लगाए जा चुके हैं। अजमेर विद्युत वितरण निगम की ओर से विद्युत उपभोक्ताओं के पुराने मीटरों को बदलकर नए स्मार्टमीटर लगाए जा रहे हैं। इसके पहले चरण में घरेलू उपभोक्ताओं के साथ ही सरकारी दफ्तर और सरकारी आवास पर स्मार्टमीटर लगाए जा रहे हैं। इसके बाद एग्रीकल्चर आदि के भी पुराने मीटरों को बदलकर स्मार्ट मीटर लगाए जाएंगे। स्मार्ट मीटर लगाने के पीछे डिस्कॉम का मुख्य उद्देश्य बिजली की चोरी को रोकना और बिजली की खपत पर बेहतर नियंत्रण पाया जा सके। बिजली मित्र एप के माध्यम से स्मार्ट मीटर की पूरी जानकारी मोबाइल फोन पर उपलब्ध होगी। इससे उपभोक्ता भी स्मार्ट बन सकेंगे।
शहर की बीएसएन कॉलोनी, विद्युत निगम की कॉलोनी और पुलिस लाइन में भी स्मार्ट मीटर लगाने का काम काम जारी है। यहां पर अब तक 500 के करीब सरकारी आवासों पर स्मार्टमीटर लगाए जा चुके हैं। इसी प्रकार 200 सरकारी विभागों में स्मार्टमीटर लगाए जा चुके हैं। जानकारों के अनुसार पूरे सर्कल में सरकारी आवास और दफ्तरों की संख्या 4 हजार के करीब बताई जा रही है।
डिस्कॉम के अनुसार जिले में करीब 2,96,473 घरेलू उपभोक्ता है। स्मार्टमीटर लगाने के पहले चरण में जिला मुख्यालय पर मीटर बदले जा रहे हैं। यहां पर 28,303 घरेलू उपभोक्ताओं के पहले स्मार्टमीटर लगाए जाएंगे। इसके के तहत अब तक 5 हजार के करीब उपभोक्ताओं के स्मार्ट मीटर लगाए जा चुके हैं। स्मार्ट मीटर लगाने का कार्य कई स्थानों पर कई टीमें कर रही है। आगामी दिनों में इसमें और तेजी आएगी।
स्मार्ट मीटर की कई खासियत है। इसमें उपभोक्ता के फोन में पूरी जानकारी मिलेगी। उपभोक्ता कहीं पर भी रहे वह मॉनिटरिंग कर सकेगा, रीडिंग लेने के लिए कर्मचारी को घर नहीं जाना पड़ेगा, ऑनलाइन उपभोग की बिलिंग होगी और बिल भी फोन पर मिलने लगेगा। इससे पारदर्शिता आएगी और सटीक जानकारी के साथ ही सौर ऊर्जा उपकरण लगाने पर मीटर को बदलना नहीं पड़ेगा। जानकारों की मानें तो उपभोक्ता की अनुमति पर यह प्री-पेड मीटर में भी कन्वर्ट हो सकता है।
Published on:
04 Aug 2025 11:23 am