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बाजार में महिलाएं हो रही शर्मसार, कारण है ये…

हर स्वच्छता सर्वेक्षण के समय उठता रहा मुद्दा, बाजार में खासकर दुकानदारों को ज्यादा तकलीफ

toilet news
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शहर के बाजारों में इस समय प्रसाधन घर के अभाव में महिलाएं शर्मसार हो रही है। सुबह से लेकर देर रात तक सडक़ किनारे बैठने वाले दुकानदार बाथरुम-शौचालय की सुविधाएं के लिए परेशान हो रहे है। हर स्वच्छता सर्वेक्षण के समय यह मुद्दा उठता रहा है लेकिन नगर निगम के जनप्रतिनिधियों-अधिकारियों ने कभी इस समस्या का हल नहीं निकाला है। अब जबकि छिंदवाड़ा वॉश ऑन व्हील से राष्ट्रीय स्तर पर नाम कमा रहा है तो नगर निगम को इस समस्या के समाधान की पहल करना चाहिए।


नगर निगम के पास कुछ सुलभ शौचालय और सार्वजनिक शौचालय बनाए गए है। यह बुधवारी,जेल बगीचा, शनिचरा बाजार से १०० से ५०० मीटर दूर है। अब इमलीखेड़ा, नरसिंहपुर रोड नई आबादी, खजरी रोड, नोनिया करबल समेत अन्य स्थलों पर क्षेत्रीय सब्जी बाजार विकसित हो गए हैं। इन इलाकों में सब्जी विक्रेता कहीं प्रसाधन के लिए जाना चाहे तो उन्हें सडक़ किनारे या फिर किसी गली को ढूंढना पड़ता है। सबसे ज्यादा मुसीबत महिला दुकानदारों की हो रही है। वे भी प्रसाधन के लिए दूर-दराज के सुरक्षित स्थान तलाश करती है। इसके लिए उन्हें ५०० मीटर से 1 किमी का सफर तय करना पड़ता है।


छोटे दुकानदार ज्यादा त्रस्त, सडक़ किनारे गंदगी


फुटपाथी चना-फूटे, सिंगाड़ा, मनिहारी महिला दुकानदार भी त्रस्त है। उन्हें सुरक्षित जगह नहीं मिल पाने के चलते वे शर्मसार हो रही है। सडक़ किनारे गंदगी भी हो रही है। वॉश ऑन व्हील की तर्ज पर इस समस्या का समाधान निकाला जाए तो शहर की गंदगी दूर हो सकती है। इसके अलावा शहरी ग्रामीण बाजार में भी इस पर ध्यान दिया जाना चाहिए।


सिवनी समेत कुछ जिलों से ली जा सकती है प्रेरणा


सिवनी समेत कुछ जिलों से प्रेरणा ली जा सकती है, जिन्होंने बाजारों और सार्वजनिक स्थलों की नालियों पर छोटे-छोटे डिब्बेनुमा मिनी बाथरुम लगवाए गए हैं। इससे आम आदमी के साथ बाजार के दुकानदार-ग्राहकों की प्रसाधन की समस्या का समाधान हुआ है। ये सस्ते भी होंगे। इसे नियमानुसार लगवाया जा सकता है।


अगले साल २०२६ तक ४० का रखा था लक्ष्य


नगर निगम के तीन साल पहले बने पंचवर्षीय प्लान में बताया गया था कि सार्वजनिक-सामुदायिक शौचालयों की संख्या २३ है, जिसे २०२६ तक ४० करने की कार्ययोजना बनाई गई है। इसी तरह दो मूत्रालय की संख्या को ३५ किया जा सकता है। इस प्लान पर कभी काम शुरू नहीं किया गया है।

इनका कहना है…


शहरों के बाजारों में शौचालय-वाश रुम की समस्या का समाधान खोजने के प्रयास जारी है। खजरी और चंदनगांव में शौचालय बनाए जा रहे हैं। इसके अलावा शहर में वॉश ऑन व्हील भी शुरू किया गया है।
-विक्रम अहके, महापौर नगर निगम
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