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महापौर परिषद के सम्मेलन से बढ़ा विक्रम का कद, दो साल का कार्यकाल शेष,विकास का रहेगा दबाव

अगले माह अगस्त में पूरे हो जाएंगे तीन साल, ऑडोटोरियम, आईएसबीटी और ट्रांसपोर्ट नगर को पूरा करने की अह्म जिम्मेदारी

महापौर परिषद के सम्मेलन से महापौर विक्रम अहके का राजनीतिक कद बढ़ गया है। उनके पास दो साल का कार्यकाल शेष है। ऐसे में अब उन पर नगरीय विकास कार्य करने का दबाव बढ़ गया है। शेष कार्यकाल में अहके को ऑडोटोरियम, आईएसबीटी, ट्रांसपोर्ट नगर, अमृत योजना 2.0 जैसे लंबित प्रोजेक्ट को पूरा करने की अह्म जिम्मेदारी होगी।


महापौर ने अपने तीन साल के कार्यकाल के दौरान महापौर परिषद के आयोजन कर अपनी बिरादरी में अपनी साख को मजबूत किया है। अगले माह अगस्त में वे तीन वषीय कार्यकाल पूरा कर लेंगे। अब तक शहर के अंदर उनके सामने राजनीति उठापटक से लेकर विकास की जनापेक्षाएं चुनौती रही है। कांग्रेस से भाजपा में प्रवेश होने के बावजूद नगर निगम को राज्य सरकार से सहयोग न मिलना विकास प्रभावित होने का कारण रहा है, जिसकी अपेक्षा आम जनता करती रही है।

बजट के अभााव में ऑडोटोरियम, ट्रांसपोर्ट नगर समय पर पूर नहीं हो पाए। कर्मचारियों की तनख्वाह की किल्लत दो साल तक बनी रही। शेष कार्यकाल में महापौर ने इंटर स्टेट बस टर्मिनल और ट्रांसपोर्ट नगर का सपना शहर को दिखाया है, इसे वे पूरा कर पाएंगे। इसके अलावा अमृत 2.0 योजना में पेयजल सुविधाओं का विस्तार होगा। जेल बगीचा में शापिंग कॉम्प्लेक्स, इमलीखेड़ा में मटन मार्केट की शिफ्टिंग भी होगा।


सीएम और नगरीय प्रशासन मंत्री से कई बार मुलाकात


देखा जाए तो वर्ष 2025 में भी नगर निगम का खााली खजाना भरने महापौर अहके सीएम डॉ.मोहन यादव और नगरीय प्रशासन मंत्री कैलाश विजय वर्गीय से मुलाकात कर चुके है। उनकी शहर विकास के लिए 130 करोड़ रुपए की मांग यथावत् है। सरकार इसे देने की बजाय चुंगी क्षतिपूर्ति में कटौती करती रही है।


आज तक नहीं हुआ 9.88 लाख का भुगतान


गांधीगंज की जमीन का विवाद काफी पुराना है। यह जमीन नगर निगम के स्वामित्व की है। कलेक्टर के आदेश पर भी नगर निकाय को 9,88,696 रुपए का भुुगतान कृषि मण्डी की ओर से नहीं किया गया है। गांधीगंज स्थित भूमि की कृषि उपज मंडी को मंडी कार्य करने आवश्यकता नहीं है। गांधीगंज स्थित इस भूमि कृषि उपज मंडी से नगर पालिक निगम छिन्दवाड़ा को पुन: आधिपत्य सौंपी जाने की मांग की है।


ये भी चुनौतियां…कब पूरी होगी शहरवासियों की ख्वाहिश


चारफाटक से नरसिंहपुर रोड पर फ्लाईओवर लेफ्ट टर्न, काराबोह से रिंग रोड तक कांक्रीट सडक़, इंदिरा तिराहा से नागपुर मार्ग तक कांक्रीट सडक़ निर्माण, नाली एवं स्ट्रीट लाइट सहित एवं बोदरी नदी पर स्लैब कल्वर्ट निर्माण कार्य, नरसिंहपुर रोड से अजनिया मार्ग में आरसीसी नाली निर्माण व स्ट्रीट लाइट कार्य पैकेज, नरसिंहपुर मार्ग से कबाडिय़ा एवं षष्टी माता मंदिर से पोआमा चौक परासिया मार्ग के पास तक स्ट्रीट लाइट का विद्युतीकरण कार्य पैकेज, नगर निगम क्षेत्र में नाला ट्रेनिग कार्य (धरमटेकड़ी जंक्शन से बोदरी नाला, प्रियदर्शिनी कालोनी से लोनिया करबल, रेल्वे स्टेशन से आनंदम टाउनशिप के सामने तक) बोरिया जंक्शन से सोनपुर गार्ग (बायपास रोड) तक डामरीकृत सडक़,नरसिंहपुर रोड से चौखड़ा अजनिया तक डामरीकृत सडक़ की मांग भी मुख्यमंत्री से कर चुके है। अब तक इसे पूरा नहीं किया जा सका है।
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इनका कहना है…
महापौर परिषद के सम्मेलन से नगरीय विकास को गति मिलेगी। नगरीय प्रशासन मंत्री कैलाश विजय वर्गीय और मुख्यमंत्री डॉ.मोहन यादव से पुन: मुलाकात करेंगे और रुके हुए प्रोजेक्ट पर उनके बजट देने का आग्रह करेंगे।
-विक्रम अहके, महापौर नगर निगम।
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