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छिंदवाड़ा में चावल का संकट, राशन दुकानों तक सिर्फ 66 प्रतिशत ही पहुंचा अनाज

जिले में चावल की भारी कमी के चलते राशन दुकानों में राज्य शासन द्वारा आदेशित तीन माह का एकमुश्त राशन वितरण नहीं हो पा रहा है।

जिले में चावल की भारी कमी के चलते राशन दुकानों में राज्य शासन द्वारा आदेशित तीन माह का एकमुश्त राशन वितरण नहीं हो पा रहा है। चावल की आपूर्ति मुख्य रूप से सिवनी, बालाघाट और मंडला जिलों से की जा रही है, जिसके चलते अब तक केवल 66 प्रतिशत राशन वितरण ही हो पाया है।


जिले में लगभग 13.15 लाख उपभोक्ताओं को जून, जुलाई और अगस्त महीने का राशन एक साथ वितरित किया जाना है। खाद्य आपूर्ति विभाग के अनुसार, अब तक केवल दो-तिहाई यानी 66 प्रतिशत वितरण हो पाया है, जबकि शेष 34 प्रतिशत उपभोक्ता अभी भी राशन से वंचित हैं। अधिकारियों का कहना है कि छिंदवाड़ा जिले में केवल 32 हजार हेक्टेयर क्षेत्र में ही धान की खेती होती है, जिससे स्थानीय स्तर पर चावल का उत्पादन पर्याप्त नहीं हो पाता। सरकारी कोटे में चावल की कमी के कारण बाहर से आपूर्ति की जा रही है। जैसे-जैसे चावल जिले में पहुंच रहा है, वैसे-वैसे राशन दुकानों तक वितरण किया जा रहा है।

तामिया में सर्वर की समस्या से वितरण प्रभावित


तामिया विकासखंड में कुल 56 राशन दुकानें हैं। इनमें से कारेआम, रातेड़ और हर्राकछार को छोडकऱ बाकी 54 दुकानों में केवल एक माह का राशन ही पहुंच पाया है। वितरण में सर्वर की समस्या भी बाधा बन रही है। स्थिति यह है कि एक उपभोक्ता से राशन वितरण के लिए तीन बार अंगूठा लगवाया जा रहा है, जिसमें एक घंटे से अधिक समय लग रहा है। इससे राशन दुकानदार भी परेशान हैं।

ग्रामीण अंचलों में हालात और भी खराब

हर्रई, जुन्नारदेव, बिछुआ और अमरवाड़ा जैसे ग्रामीण अंचलों में राशन वितरण की स्थिति और भी दयनीय है। कहीं राशन पहुंच ही नहीं पाया है, तो कहीं उपलब्ध चावल की गुणवत्ता खराब बताई जा रही है। छिंदवाड़ा शहर में भी राशन वितरण की स्थिति ठीक नहीं है। उपभोक्ताओं को निर्धारित मात्रा में चावल नहीं मिल पा रहा है। दुकानों में चावल के लिए उपभोक्ताओं के फोन लगातार आ रहे हैं, जिससे विक्रेता भी असहज स्थिति में हैं।

चावल की समस्या


जिले में अभी तक 66 प्रतिशत राशन दुकानों में वितरण हो पाया है। मुख्य समस्या चावल की है। इसे सिवनी, मंडला और बालाघाट से मंगवाया जा रहा है।
— गंगा कुमरे, जिला आपूर्ति अधिकारी, छिंदवाड़ा