परासिया विधायक सोहनलाल बाल्मीक ने मेडिकल कॉलेज की लागत में बदलाव और उसे कब पूर्ण किए जाने से संबंधित सवाल विधानसभा में उठाया। उप मुख्यमंत्री राजेन्द्र शुक्ला ने जवाब दिया कि छिंदवाड़ा मेडिकल कॉलेज निर्माण कार्य का प्राक्कलन वर्ष 2019 में 1455.33 करोड़ रुपए का था। वर्ष 2021 में छिंदवाड़ा मेडिकल कॉलेज के निर्माण कार्य का प्राक्कलन डी-स्कोप कर पुनरीक्षित राशि 665.88 करोड़ रुपए किया गया। पुन: 13 दिसम्बर 2022 को छिंदवाड़ा मेडिकल कॉलेज के निर्माण कार्य की अनुमानित लागत 768.22 करोड़ की गई। आवश्यकता अनुसार छिंदवाड़ा मेडिकल कॉलेज के निर्माण कार्य में बदलाव किया गया। मेडिकल कॉलेज का निर्माण कार्य 12 जनवरी 2026 तक पूर्ण होना संभावित है।
विधायक बाल्मीक ने सवाल किया कि सिविल अस्पताल परासिया में आवश्यक उपकरण व फर्नीचर को क्रय किए जाने के लिए 177 लाख रुपए की स्वीकृति लगभग छह वर्षों पूर्व प्रदान की जा चुकी है। फिर भी अभी तक पूर्ण व पर्याप्त सामग्री क्रय कर अस्पताल को उपलब्ध नहीं कराई गई है। इससे अस्पताल के संचालन में बहुत अधिक असुविधा हो रही है। उप मुख्यमंत्री ने बताया कि श्रेणी ए के कुल 23 प्रकार के राशि 38,11,331 रुपए के कुल 228 उपकरण, श्रेणी बी के कुल 7 प्रकार के राशि 2,96,988 रुपए के कुल 120 उपकरण तथा श्रेणी सी के 19 प्रकार के राशि 13,20,412 रुपए के कुल 146 उपकरण, इस प्रकार कुल 49 प्रकार के राशि 54,28,731 रुपए के कुल 494 उपकरण एवं फर्नीचर की उपलब्धता कराई जा चुकी है।
इनमें से राज्य स्तर से दर अनुबंध उपलब्ध न होने के कारण केवल पांच प्रकार के कुल राशि 13,34,320 रुपए के कुल 44 उपकरण क्रमश: दो सलाइन वार्मर, चार ओवरबेड टेबल, दो इमरजेंसी ड्रग ट्रॉली, एक सक्शन मशीन तथा 35 फाउलर बेड उपलब्ध नहीं कराए गए हंै। दर निर्धारण किए जाने के बाद शेष उपकरण तथा फर्नीचर उपलब्ध कराए जाएंगे।
विधायक बाल्मीक ने छिंदवाड़ा एवं पांढुर्ना जिले के अंतर्गत जनवरी वर्ष 2020 से माह जून वर्ष 2025 तक अनुसूचित जनजाति वर्ग के व्यक्तियों की भूमि को सामान्य मद में परिवर्तित करने के संबंध में प्रश्न किया। राजस्व मंत्री ने बताया कि माह जनवरी वर्ष 2020 से माह जून वर्ष 2025 तक 186 अनुसूचित जनजाति वर्ग के व्यक्तियों की भूमि को सामान्य मद में परिवर्तित किया गया है। जिला पांढुर्ना से प्राप्त उत्तर-पांढुर्ना जिला का गठन अक्टूबर 2023 में हुआ है। माह जून 2025 तक अनुसूचित जनजाति वर्ग के व्यक्तियों की भूमि को सामान्य मद से परिवर्तित किए जाने संबंधी जानकारी निरंक है।
चौरई विधायक चौधरी सुजीत मेर सिंह ने छिंदवाड़ा जिले में कोरोना महामारी से कर्मचारियों की मृत्यु और अनुकम्पा नियुक्ति के बारे में पूछा। उप मुख्यमंत्री ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग अंतर्गत कोरोना महामारी से 15 कर्मचारियों की मृत्यु हुई थी। दो कर्मचारियों के वारिसों को अनुकम्पा नियुक्ति प्रदान की गई है। दो कर्मचारी संविदा कर्मचारी होने से उन्हें अनुकंपा नियुक्ति की पात्रता नहीं है। 11 नियमित कर्मचारियों एवं दो संविदा कर्मचारियों के वारिसों को शासन के नियमानुसार प्रधानमंत्री गरीब कल्याण पैकेज योजना अंतर्गत 50 लाख रुपए की राशि प्रदान की गई है।
Published on:
01 Aug 2025 10:39 am